मंडी/सिरमौर: पूरी दुनिया इन दिनों कोरोना के खिलाफ जंग लड़ रही है. स्वास्थ्य कर्मियों से लेकर पुलिसकर्मियों तक कुछ कोरोना वॉरियर की भूमिका में तो कुछ लोग समाज के बीचे से ऐसे नायक बनकर सामने आए हैं. जो बता रहे हैं कि मजहब आपस में बैर करना नहीं बल्कि एक साथ रहकर मुश्किल का सामना करना और एक दूसरे के काम आना सिखाता है.
मंडी शहर में खत्री सभा के पास दर्जी की दुकान चलाने वाले ममिनूर हुसैन मूलतः कोलकाता के रहने वाले हैं, लेकिन बीते 22 बरस से मंडी ही इनकी कर्मभूमि है. कोरोना की मार इनके पेशे पर भी पड़ी... दुकान भले बंद हो लेकिन दिल खुला है... जरूरतमंदो की मदद के लिए सो अपने पेशे को ही मदद का जरिया बना लिया. अपनी पत्नी और बेटी के साथ मिलकर घर पर ही मास्क बनाकर कोरोना के खिलाफ जंग में हाथ बंटा रहे हैं
कोरोना की इस जंग में कई लोग ऐसे ही नायक बनकर सामने आ रहे हैं.हुसैन परिवार रोजाना सैंकड़ो मास्क बनाकर जरूरतमंदों तक पहुंचा रहा है... को उधर नाहन के संजय पुंडीर प्रवासी मजदूरों के लिए दो वक्त का खाना जुटा रहे हैं. संजय पुंडीर पिछले करीब डेढ महीने से इन मजदूरों को रोज खाना खिला रहे हैं और दूसरों से भी मदद की अपील कर रहे हैं.
कोरोना काल में संजय जैसी कई मिसालें हैं जो खुद से पहले दूसरों का सोचते हैं... नाहन के बॉबी अहमद रमजान के पाक महीने में खुद दिनभर भूखा रहते हैं, लेकिन रोजाना जरूरतमंदों के निवाले का इंतजाम कर रहे हैं. किसी को खाना खिला रहे हैं तो किसी के घर राशन पहुंचा रहे हैं.