नाहनः जिला सिरमौर का शख्स संसार छोड़ने से पहले धरती मां का कर्ज उतार गया. ऐसा हम इसलिए कह रहें हैं क्ंयोकि एक शख्स की मेहनत से आज करीब 10 हजार पेड़ों का जंगल फलफूल रहा है. वन विभाग में छोटे से पद पर तैनात फॉरेस्ट गार्ड घनानंद आज बेशक हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन पर्यावरण के क्षेत्र में उनके द्वारा किए गए कार्य को लोग आज भी याद करते हैं.
सिरमौर के मातर गांव से ताल्लुक रखने वाले स्व. घनानंद को एक प्रेरणा स्त्रोत्र के रूप में याद किया जाना आवश्यक है. घनानंद को ग्रीन मैन भी कहा जाता है. बता दें कि घनानंद शर्मा नाहन वन डिवीजन के अंतर्गत बनकला बीट में बतौर फॉरेस्ट गार्ड तैनात थे. करीब 10 किलोमीटर से भी अधिक क्षेत्र में फैली इस बीट का ज्यादातर क्षेत्र श्री मारकंडा नदी और शंभूवाला से आगे की नेशनल हाइवे का एरिया लगता था, ये क्षेत्र बरसात में भूमि कटाव के साथ साथ हरियाली मुक्त था.
1995-96 में ड्यूटी के दौरान घनानंद ने इस पूरे क्षेत्र में पेड़ लगाने शुरू कर दिए. उन्होंने इस बीच जो सबसे बड़ा ग्रीन पैच तैयार किया, वह मारकंडा नदी व पटवास नदी का डेल्टा क्षेत्र था.