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SPECIAL: दिवाली पर इस बार सिरमौर जिला गोमयी ज्योति से होगा रोशन - nahan latest news

नाहन के समीप माता बालासुंदरी गौसदन में इन दिनों गोबर से तैयार इन विशेष दीयों की पैकिंग का कार्य किया जा रहा है. प्रशासन ने दीपावली के लिए 20 हजार दीये बनाने का टारगेट रखा है, जिसमें से 14 हजार के करीब दीये तैयार किए जा चुके हैं. दरअसल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भरता व लोकल से वोकल का संदेश दिया था, ताकि सभी वर्गों को स्वरोजगार मिलने के साथ-साथ विकास हो सके. प्रधानमंत्री के इसी मंत्र को डीसी सिरमौर ने जिला में बखूबी लागू करने का प्रयास किया. मेड इन सिरमौर के तहत विभिन्न उत्पादों को तैयार किया जा रहा है और इसी मुहिम के तहत जिला में गोबर के दीयों का बनाने की पहल की गई.

Special story of ETV bharat on cow dung  Lamps prepared in Sirmaur district
डिजाइन फोटो.

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Published : Oct 29, 2020, 9:26 PM IST

नाहन: दीपों का त्योहार दीपावली इस बार देवभूमि हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला में गोमयी ज्योति के नाम से सिरमौर प्रशासन द्वारा उतारे गए खास दिनों से रोशन होगा. जिला प्रशासन का प्रयास है कि गोबर से तैयार किए गए इन विशेष दीयों के जरिए इस बार जिला के दीपावली को पर्यावरण हितैषी बनाया जाए. साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का भी प्रयास किया गया है.

नाहन के समीप माता बालासुंदरी गौसदन में इन दिनों गोबर से तैयार इन विशेष दीयों की पैकिंग का कार्य किया जा रहा है. प्रशासन ने दीपावली के लिए 20 हजार दीये बनाने का टारगेट रखा है, जिसमें से 14 हजार के करीब दीये तैयार किए जा चुके हैं.

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विभिन्न महिला समूह से जुड़ी ग्रामीण महिलाओं को इसके लिए बकायदा प्रशासन ने पशुपालन विभाग के साथ मिलकर प्रशिक्षण दिया. तत्पश्चात तैयार किए गए इन दीयों को महिलाओं द्वारा गौसदन परिसर में ही आकर्षक पैकिंग के साथ पैक किया जा रहा है.

दरअसल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भरता व लोकल से वोकल का संदेश दिया था, ताकि सभी वर्गों को स्वरोजगार मिलने के साथ-साथ विकास हो सके. प्रधानमंत्री के इसी मंत्र को डीसी सिरमौर ने जिला में बखूबी लागू करने का प्रयास किया. मेड इन सिरमौर के तहत विभिन्न उत्पादों को तैयार किया जा रहा है और इसी मुहिम के तहत जिला में गोबर के दीयों का बनाने की पहल की गई.

तीन उद्देश्यों की पूर्ति के साथ किया प्रयास : डीसी सिरमौर

ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए डीसी सिरमौर आरके परूथी ने बताया कि दीपावली को पर्यावरण हितैषी बनाने, गांव की महिलाओं को घर द्वार पर रोजगार उपलब्ध करवाने व सड़कों पर निराश्रित पशुओं की समस्या से निजात पाने के इन 3 उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जिला प्रशासन ने गाय के गोबर से अनेक उत्पाद बनाए हैं.

दीपावली के लिए इसमें गोमयी ज्योति के नाम से तैयार उत्पाद है, जिसमें गोबर से दीये बनाए गए हैं. इन दीयों में गोबर के साथ थोड़ी मिट्टी का प्रयोग किया गया है. नाबार्ड के माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षित किया गया.

डीसी ने बताया कि प्रथम चरण में हाथों से तैयार दीये बनाए गए हैं. अब मशीन की सुविधा भी मुहैया करवाई जा रही है, ताकि दीयों की संख्या को बढ़ाया जा सके. उन्होंने बताया कि ये दीये पर्यावरण हितेषी है. जलाने के पश्चात इसके गुणों में वृद्धि हुई है. बकायदा इसकी जांच भी करवाई गई है.

विशेष बात यह भी है कि इन दीयों को कंपोस्ट के तौर पर भी दोबारा से इस्तेमाल किया जा सकता है. डीसी ने सभी जिला वासियों से आग्रह करते हुए कहा कि इस बार दीपावली पर्यावरण हितैषी हो, उसके लिए गाय के गोबर से तैयार इन दीयों का इस्तेमाल करें. साथ ही महिलाओं को रोजगार मिलने के साथ-साथ वह आत्मनिर्भरता की ओर भी बढ़ेगी.

जिला में यहां बिक्री हेतु उपलब्ध करवाए जा रहे हैं यह दीये

डीसी सिरमौर डॉ. परूथी ने यह भी बताया कि गोमयी ज्योति के लिए नाहन के मालरोड पर एक शॉप का चयन किया गया है. इसके अलावा जिला मुख्यालय नाहन में दिल्ली गेट के समीप आयुष चिकित्सालय में हिमईरा शॉप में इन्हें उपलब्ध करवाया गया है. जिला के अन्य स्थानों में भी प्रशासन द्वारा खोली गई हिमईरा की शॉप्स में यह बिक्री हेतु उपलब्ध है.

गौसदन में चल रहा पैकिंग का कार्य, महिलाओं में उत्साह

माता बाला सुंदरी गौसदन में इन दीयों की पैकिंग के कार्य में जुटी महिलाओं में भी गजब का उत्साह देखा जा रहा है और दीपावली के लिए इन दीयों को आकर्षक पैकिंग के साथ पैक कर रही हैं. महिलाओं का कहना है कि इस बार दीपावली के लिए 20000 दीये तैयार करने का टारगेट प्रशासन द्वारा रखा गया है, जिसमें से 13 से 14 हजार दीये तैयार हो चुके हैं.

इन दिनों वह पैकिंग का कार्य कर रही है. महिलाओं का यह भी कहना था कि प्रशासन की पहल से वह आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रही हैं और उन्हें घर द्वार पर ही रोजगार मिल रहा है.

दीपावली तक डिमांड और अधिक बढ़ने की उम्मीद

बातचीत में नाहन में हिमईरा शॉप का संचालन कर रही महिला अनीता ने बताया कि जैसे-जैसे दीपावली नजदीक आ रही है, इन दीयों की डिमांड भी बढ़ी है. आशा है कि दीपावली तक दीयों की बिक्री काफी अधिक बढ़ेगी. प्रशासन की मदद से उन्हें आमदनी का जरिया मिला है.

पर्यावरण हितैषी मनाएंगे दिवाली, उपहार के लिए भी बेहतर

हिमईरा शॉप में गोबर से तैयार दीयों की खरीदारी करने आए नाहन निवासी जितेंद्र ठाकुर ने कहा कि इस बार दीपावली पर गोबर से तैयार दीये ही जलाएंगे. प्रशासन के प्रयासों से यह बहुत ही अच्छे दिए बनाए गए हैं. वह चाहेंगे कि जिला में प्रत्येक घर इन तीनों का इस्तेमाल करें, ताकि पर्यावरण सुरक्षित रह सके और जरूरतमंदों को इसका लाभ मिल सके.

सबसे अच्छी बात तो यह भी है कि इन दीयों को गिफ्ट पैक के तौर पर तैयार किया गया है, जिसे उपहार के तौर पर परिजनों को भी दिया जा सकता है. वहीं, एक अन्य स्थानीय निवासी सुभाष चंद्र ने बताया कि गोबर से तैयार दिए बहुत अच्छे हैं और वह इस बार अपने सगे संबंधियों को इन्हीं दीयों को भेंट करेंगे.

कुल मिलाकर ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सिरमौर जिला प्रशासन का यह एक शानदार प्रयास है. जिला प्रशासन भी लोगों से इस बार दीपावली पर इन दीयों का इस्तेमाल कर पर्यावरण हितैषी दीपावली मनाने का आग्रह कर रहा है.

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