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इलाज के लिए सरकार ने अटकाया रोड़ा! अब बड़का भाऊ और बिट्टू मांगेंगे भीख - रोनहाट के बिट्टू का इलाज

समाजसेवी बड़का भाऊ की टीम ने नाहन में बिट्टू के इलाज के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. यदि इस समयावधि में बिट्टू के इलाज के लिए उचित कदम नहीं उठाए जाते तो टीम बड़का भाऊ बिट्टू के साथ मिलकर भीख मांगेंगी, जिसकी शुरूआत डीसी सिरमौर के घर से सरकार के मंत्री व विधायक तक होगी.

Social worker Badka Bhau
Social worker Badka Bhau

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Published : Nov 11, 2020, 5:59 PM IST

नाहन: धर्मशाला के समाजसेवी संजय शर्मा उर्फ बड़का भाऊ ने बुधवार को जिला मुख्यालय नाहन में पत्रकार सम्मेलन को संबोधित किया. संजय शर्मा ने सरकार पर रोनहाट उपतहसील से ताल्लुक रखने वाले बिट्टू के इलाज में रोड़ा अटकाने का आरोप लगाया है.

पत्रकारवार्ता में बिट्टू को साथ लेकर बड़का भाऊ ने सरकार सहित जिला प्रशासन व स्थानीय नेताओं को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. यदि इस समयावधि में बिट्टू के इलाज के लिए उचित कदम नहीं उठाए जाते तो टीम बड़का भाऊ बिट्टू के साथ मिलकर भीख मांगेंगी, जिसकी शुरूआत डीसी सिरमौर के घर से सरकार के मंत्री व विधायक तक होगी.

पोलियों के साथ-साथ कुपोषण के शिकार बिट्टू के इलाज को लेकर बड़का भाऊ ने सरकार, प्रशासन सहित स्थानीय नेताओं को खरी खोटी सुनाई है. साथ ही स्थानीय नेताओं पर बिट्टू का इस्तेमाल केवल वोट के लिए करने का आरोप भी लगाया है.

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पत्रकारों से बातचीत करते हुए समाजसेवी संजय शर्मा उर्फ बड़का भाऊ ने कहा कि सिरमौर जिला की उपतहसील रोनहाट के गांव थुंबारही में जन्म बिट्टू ने कैंसर से माता, टीबी से पिता व दिव्यांग भाई को पहले ही खो दिया है. खुद बिट्टू पोलियों के साथ-साथ कुपोषण का शिकार हो गया.

24 साल के बिट्टू के बारे में जब टीम बड़का भाऊ को पता चला तो धर्मशाला से रोनहाट पहुंचे और बिट्टू को गोद लिया और इलाज की जिम्मेदारी उठाई. संजय शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार अब टीम बड़का भाऊ के सामने बिट्टू का इलाज न हो, इसलिए अड़चन पैदा कर रही है.

उन्होंने कहा कि पिछले 7 दिनों से बिट्टू और वह उसका इलाज करवाने के लिए चंडीगढ़ के एक नामचीन सरकारी अस्पताल के चक्कर लगाने को मजबूर है. अस्पताल ने इलाज करने से इसलिए इनकार कर दिया कि बिट्टू हिमाचल से है. बिट्टू की उम्र ज्यादा हो गई है, लिहाजा डाक्टर ने सलाह दी है कि बिट्टू पहले भी हो सकता था, अगर समय रहते इलाज होता.

संजय शर्मा ने कहा कि 24 साल के बिट्टू के पास आज त क कोई नेता और प्रशासन का अधिकारी नहीं पहुंचा. बिट्टू का इस्तेमाल केवल वोट के लिए किया जाता है. बिट्टू की देखभाल करने वाला कोई नहीं है. एक अपाहिज बिट्टू के आगे पूरा सिस्टम अपाहिज हो चुका है. बड़का भाऊ ने कहा कि अगर समय रहते बिट्टू का इलाज होता, तो उसकी हालत ऐसी नहीं होती.

टीम बड़का भाऊ ने ऐलान किया कि अगर आने वाले 48 घंटे के अंदर सरकार या सिरमौर प्रशासन बिट्टू के इलाज के लिए पैसा या इलाज नहीं करवाते, तो मजबूरन टीम बड़का भाऊ बिट्टू के साथ मिलकर भीख मांगेगी, जिसकी शुरूआत डीसी सिरमौर के घर से सरकार के मंत्री व विधायक तक होगी.

कुल मिलाकर टीम बड़का भाऊ ने बिट्टू की इस हालत के लिए सरकार सहित पूरे सिस्टम को जिम्मेदार ठहराया है. अब देखना यह होगा कि 48 घंटे के अल्टीमेटम के बाद सरकार व प्रशासन बिट्टू के इलाज के लिए आगे आते हैं या नहीं.

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