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एक किडनी के साथ पैदा हुए सार्थक तक पहुंची मदद, मां ने किया ETV BHARAT का धन्यवाद

पातलियो गांव के सार्थक के परिवार का दर्द ईटीवी भारत सबके सामने लेकर आया. इस पर प्रदेश की मशहूर हस्तियां नाटी किंग कुलदीप शर्मा और धावक सुनील शर्मा इस गरीब परिवार की मदद के लिए सामने आए. इसके लिए अब राठौर परिवार ने ईटीवी भारत का धन्यवाद किया है.

सार्थक ईटीवी भारत
सार्थक की मां ने ईटीवी भारत की टीम का किया धन्यवाद

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Published : May 29, 2020, 1:35 PM IST

Updated : May 29, 2020, 6:16 PM IST

पांवटा साहिब: जिला सिरमौर में पांवटा साहिब के पातलियो गांव में सार्थक के परिवार का दर्द ईटीवी भारत सबके सामने लेकर आया. ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद प्रदेश की मशहूर हस्तियां नाटी किंग कुलदीप शर्मा और धावक सुनील शर्मा इस गरीब परिवार की मदद के लिए सामने आए. दोनों ने परिवार की हरसंभव मदद करने का आश्वासन दिया है.

इसके साथ ही मुंबई से 5 लोगों ने 10 हजार की मदद भेजी. हिमाचल से भी कुलदीप धांटा ने पांच सौ रुपये की मदद भेजी. दिशांत जैन ने 11 हजार और दीपक वर्मा ने एक हजार रुपये की मदद भेजी.

वीडियो.

सार्थक की मां ललिता राठौर ने ईटीवी भारत की टीम का धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके घर में नाटी किंग कुलदीप शर्मा और अंतरराष्ट्रीय धावक सुनील शर्मा के पहुंचे थे उन्होंने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. दो दिनों के भीतर ही 20 से 25 हजार की राशि उनके खाते में पहुंच गई है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में सार्थक की मदद के लिए लोग आगे आएंगे.

वहीं, धावक सुनील शर्मा ने कहा कि भीम और गूगल ऐप के माध्यम से उनके खाते में भी कई लोगों ने राशि दान की है. उन्होंने कहा कि सार्थक की मां ललिता राठौर से वादा किया है कि सार्थक की जिम्मेदारी अब हमारी है. अब सार्थक का पूरा इलाज करवाया जाएगा.

इसके साथ ही ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने के बाद सार्थक की मदद के लिए कई हाथ आगे बढ़े हैं. बता दें कि पावंटा साहिब में रहने वाला नौ साल का सार्थक बचपन से ही एक किडनी के साथ पैदा हुआ था. कुछ सालों बाद उसकी किडनी में संक्रमण फैल गया. डॉक्टरों ने सार्थक के बचने की उम्मीद छोड़ दी थी, लेकिन अब चंडीगढ़ पीजीआई में सार्थक का इलाज चल रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक अगर सार्थक का इलाज सहीं ढंग से नहीं हुआ तो उसकी जान को खतरा हो सकता है.

बता दें कि सार्थक का परिवार एक झोपड़ी के अंदर चिलचिलाती धूप में रह रहा है. सार्थक की मां फैक्ट्री में काम कर रहीं थी और पिता दिहाड़ी मजदूरी करते हैं. वहीं, कोरोना वायरस के चलते लगाए गए लॉकडाउन व कर्फ्यू के कारण दोनों को ही तनख्वाह नहीं मिल रही है. नौकरी ना होने के चलते सार्थक के माता-पिता के सामने दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना भी मुश्किल हो गया है. ऐसे में माता पिता सार्थक की दवाईयों का खर्च उठाने में असमर्थ हैं. वहीं, अब ईटीवी भारत पर खबर दिखाए जाने पर कई लोग सार्थक की मदद के लिए सामने आ रहे हैं, जिसके लिए राठौर परिवार ने ईटीवी भारत का धन्यवाद किया है.

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Last Updated : May 29, 2020, 6:16 PM IST

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