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सिरमौर: शिल्ला के समीप NH-707 पर भूस्खलन, आवाजाही बंद

पिछले दो साल से निर्माणाधीन प्रदेश के पहले ग्रीन कॉरिडोर नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य अब जनता के लिए जी का जंजाल बन चुका है. अधिकतर समय भूस्खलन होने से मार्ग बाधित रहता है. कंपनी के अधिकारी कई घंटे रोड बहाल नहीं करते, जिससे वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. इस मार्ग पर एक हफ्ते में तीसरा बड़ा भूस्खलन हुआ है.

landslide in sirmaur
शिलाई गुम्मा ग्रीन कारिडोर नेशनल हाईवे पूर भूस्खलन

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Published : Nov 22, 2022, 3:20 PM IST

पांवटा साहिब/सिरमौर:शिलाई गुम्मा ग्रीन कॉरिडोर नेशनल हाईवे-707 पर आज मंगलवार सुबह 9 के करीब कफोटा (शिल्ला) के पास भूस्खलन हो गया, जिससे हाईवे बंद हो गया. जिस कारण हाईवे के दोनों और लंबा जाम लग गया. हाईवे पर लगातार भूस्खलन होने से खोलने में परेशानी हो रही है. संबंधित विभाग ने दो जेसीबी मशीने लगा रखी हैं लेकिन हाईवे खुलने के बाद फिर से बंद हो जा रहा है.

दरअसल, ग्रीन कॉरिडोर नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है. आए दिन बेतरतीब तरीके से की जा रही कटिंग के चलते भूस्खलन हो रहा है. इसके चलते अक्सर सड़क कई घंटे बंद रहती है. इस ग्रीन कॉरिडोर का निर्माण कार्य चार अलग-अलग हिस्सों में चार कंपनियों को सौंपा गया है. मंगलवार को कफोटा के पास सुबह 10 बजे भारी भूस्खलन होने से मार्ग पूरी तरह बाधित हो गया. इस दौरान चंडीगढ़ व देहरादून अस्पताल जाने वाले रोगियों, सरकारी कार्यालय को जाने वाले कर्मचारियों के साथ-साथ स्थानीय लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

शिल्ला के समीप NH-707 सड़क पर भूस्खलन

DSMS के मालिक रघुवीर व राजधानी बस के मालिक मामराज शर्मा ने बताया कि हाईवे निर्माण के दौरान अकसर भूस्खलन से कई कई घंटे रोड बाधित होता है, जिसके चलते लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. कल से गिरीपार क्षेत्र में बूढ़ी दिवाली का त्यौहार मनाया जाता है. पांवटा-नाहन दूर-दूर से लोग गांव पहुंचते हैं, लेकिन NH-707 सुबह से ही बंद पड़ा है, जिसके चलते लोगों को परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है.

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शिकायत के बाद भी सुनवाई नहीं: इस संबंध में ग्रामीणों ने कई बार एसडीएम, डीसी व नेशनल हाईवे के अधिकारियों को शिकायत भी कर चुके हैं. इन कंपनियों द्वारा रोड कटिंग का मलबा रिजर्व फॉरेस्ट में फेंका जा रहा है, जिसकी कई बार शिकायत होने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. पिछले दिनों वर्ल्ड बैंक की टीम भी ग्रीन कॉरिडोर के निर्माण कार्य का दौरा करने पहुंची थी.

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