नाहन: जिला मुख्यालय नाहन से ताल्लुक रखने वाले रिटायर्ड मेजर जनरल अतुल कौशिक ने एक बार फिर शहर के साथ सिरमौर जिला का मान बढ़ाया है. गुरुवार को हिमाचल सरकार की ओर से उन्हें हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के चेयरमैन पद की अहम जिम्मेदारी सौंपी गई है. सरकार ने इस अहम पद पर तीन साल की लिए उनकी नियुक्ति की है.
दरअसल भारतीय सेना में शीर्ष रैंक पर पहुंचकर नाहन शहर को गौरवान्वित कर चुके रिटायर्ड मेजर जनरल अतुल कौशिक के हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग के चेयरमैन की पद पर तैनाती से जिला सिरमौर में भी खुशी का माहौल है, क्योंकि तकरीबन 38 साल सेना में अपनी सेवाएं देने वाले सिरमौर जिला के इस सपूत के खाते में बेशुमार उपलब्धियां हैं. ऐसे में प्रदेश सरकार द्वारा अहम जिम्मेदारी दिए जाने पर रिटायर्ड मेजर जनरल अतुल कौशिक एक बार फिर जिला का मान बढ़ाया है.
रिटायर्ड मेजर जनरल अतुल कौशिक को दो बार राष्ट्रपति पदक के अलावा तीन बार गैलेंटरी प्रशस्ति पत्र प्रमुख रूप से शामिल है. कर्नल के पद पर रहने के दौरान मेजर कौशिक आंतकियों से भुठभेड़ में टांग में गोलियां लगने से घायल भी हो गए थे. वह उस समय अग्रिम मोर्रचे पर राष्ट्रीय राइफल को कमांड कर रहे थे.
इसके अलावा 2019 में वह सेना के हाई अल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग के कमाडेंट के पद से रिटायर्ड हुए. यहां रहते हुए भी उन्होंने काफी समय तक कई सराहनीय काम किए. वर्ष 2017 में हाई अल्टीटयूड वरफेयर स्कूल के प्रशिक्षुओं ने मेजर जनरल के नेतृत्व में ही कश्मीर में 17,350 फीट की ऊंचाई पर स्थित युद्धस्तर पर चढ़ाई करने में सफलता हासिल की थी.