पांवटा साहिब:प्रदेश सरकार नेसिरमौर के लिए तीन रत्न दिए हैं. बलदेव तोमर, सुरेश कश्यप और सुखराम चौधरी सिरमौर के लिए संजीवनी बूटी से कम नहीं थे. बावजूद इसके जिले में मूलभूत सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं पहुंच पा रहा.
सड़कों की हालत खराब, खतरे में लोगों की जान
पांवटा से आंज भोज और उत्तराखंड को जोड़ती सड़क की हालत खस्ता है. पांवटा में नेशनल हाईवे 7 की हालत इतनी खराब है कि यहां पर आए दिन सड़क हादसे हो रहे हैं. लाल ढांक और बाता पुल के समीफ भी सड़क के हालात इन दिनों दिन खराब हैं. पांवटा से रेणुका तक की सड़क भी दयनीय है.
विकास कार्यों की ओर विभाग और नेता लापरवाह
लोगों का कहना है कि इलाके की सड़कों की दयनीय हालत किसी से छिपी नहीं है. नेशनल हाईवे का इतना बुरा हाल है कि रोजाना यहां पर हादसे हो रहे हैं. समझ में नहीं आता कि दयनीय सड़कों की शिकायत किस विभाग को करें क्योंकि इस मामले में न तो एनएच विभाग और ना ही राजनेता इस ओर कोई ध्यान दे रहे हैं.