कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह का बयान सिरमौर: लोक निर्माण व युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने सोमवार को संगड़ाह मार्ग पर दनोई में बनाए गए नए वैली ब्रिज का उद्घाटन कर इसे जनता को समर्पित किया. दरअसल, पिछले महीने ब्रिज पूरी तरह से क्षतिग्रस्त होकर खड्ड में जा गिरा था. जिसके बाद 1.50 करोड़ रूपए की लागत से यह नया वैली ब्रिज बनकर तैयार किया गया. उद्घाटन के बाद इसे यातायात के लिए बहाल कर दिया गया. पुल के उद्घाटन के दैरान मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि दनोई पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद विभाग को जल्द से जल्द नया पुल बनाने के निर्देश दिए गए थे और उन्हें खुशी है कि जनता की समस्या को देखते हुए इसे रिकार्ड एक महीने में तैयार किया गया. इसके लिए मैकेनिकल टीम व विभाग बधाई का पात्र है.
'रेणुकाजी में 50 प्रोजेक्टस पर कार्य होगा शुरू':कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि रेणुका जी प्रवास के दौरान उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों का भी निरीक्षण किया है. प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत भी रेणुका जी में करीब 50 प्रोजैक्टस पर कार्य शुरू होने जा रहे हैं. नाबार्ड के तहत भी 23 करोड़ रूपए की लागत से सड़कों पर कार्य चल रहा है. कई निर्माणाधीन भवनों का भी निरीक्षण किया गया है, जिन्हें जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश विभाग को दिए गए हैं.
'निर्धारित समय पर हो कार्य पूरा':उन्होंने कहा कि हमारा एक ही नारा है कि विकास कार्यों में समय और गुणवत्ता पर कोई भी समझौता नहीं करेंगे. निर्धारित समय पर कार्य पूरा हो और दूसरा गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाए. उन्होंने सख्त लहजे में चेतावनी देते हुए कहा कि यदि गुणवत्ता को लेकर कोई शिकायत आती है, तो संबंधित कार्य के ठेकेदार के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. यही नहीं यदि कोई अधिकारी भी इसमें संलिप्त पाया जाता है, तो उसे भी बख्शा नहीं जाएगा. यदि कोई अधिकारी अच्छा कार्य करेगा, तो उनकी पीठ को थपथपाने से भी पीछे नहीं हटा जाएगा. उन्होंने कहा कि जिला में विभागीय अधिकारियों से चर्चा कर निर्देश दिए गए है कि जिला में जो कार्य बंद पड़ हैं, उनके नए टैंडर लगाकर उन्हें शुरू करवाया जाए.
'35 टन वजन तक का भार उठा पाएगा ये पुल':35 मीटर लंबे साढ़े 3 मीटर चौड़े इस पुल को बनने में करीब 1 माह का समय लगा. विभाग के एक्सपर्ट की देखरेख में विभाग के कर्मचारियों ने खुद इस पुल का निर्माण कार्य संपूर्ण करवाया. यह पुल 35 टन वजन तक का भार उठा पाएगा. पुराना पुल क्षतिग्रस्त होने से क्षेत्र की दर्जनों पंचायतों का संपर्क जिला मुख्यालय समेत अन्य हिस्सों से कट गया था, जिसके बाद प्रशासन व विभाग ने एक वैकल्पिक मार्ग तैयार कर वाहनों की आवाजाही शुरू करवाई तब से वैकल्पिक मार्ग से ही वाहनों की आवागमन हो रही थी. अब नए वैली ब्रिज का उद्घाटन होने के बाद इस पर से सभी छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी गई है. इससे क्षेत्र की करीब एक लाख आबादी ने राहत की सांस ली है.
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