हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

पानी निकासी की सुविधा नहीं होने से पिछले 5 साल से लोग परेशान, प्रशासन से की ये मांग - himachal pradesh news

पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 10 में पानी की निकासी नहीं होने के चलते पिछले 5 सालों से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस गली में 1 फीट के करीब गंदा पानी बदबूदार गाद और मक्खी, मच्छरों से भरा हुआ है. इस बारे में कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी ने बताया कि इस समस्या का समाधान ढूंढ रहे हैं और इसके निदान के लिए जेई को एस्टीमेट बनाने के लिए कहा गया है.

lack of water drainage
पानी की निकासी नहीं होने से लोग परेशान

By

Published : May 27, 2021, 9:51 PM IST

पांवटा साहिब:उपमंडल पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 10 में पानी की निकासी नहीं होने के कारण पिछले 5 साल से 10 से अधिक परिवारों को आए दिन परेशानी झेलनी पड़ रही है. गंदे और बदबूदार पानी के बीच यहां के लोग रहने को मजबूर हैं. आए दिन इन्हें जल जनित बीमारियों के होने का डर लगा रहता है. इन लोगों को कोरोना से ज्यादा डर गंदगी से पनपने वाली बीमारी से है.

पांवटा साहिब के वार्ड नंबर 10 कृपाल शिला के नजदीक एक दर्जन के करीब परिवार गंदगी के बीच रहने को मजबूर हैं. इस गली में 1 फीट के करीब गंदा पानी बदबूदार गाद और मक्खी, मच्छरों से भरा हुआ है. लोगों का कहना है कि शासन और प्रशासन की ओर से सिर्फ उन्हें आश्वासन ही दिया जाता है अभी तक समस्या का निदान नहीं हो पाया है.

वीडियो.

5 सालों से नहीं सुधरे हालात

स्थानीय लोगों ने बताया कि लगभग 5 साल से अधिक समय गुजर चुका है लेकिन यहां पर हालात जस के तस हैं. वहीं, दूसरी ओर कुछ हद तक यहां के रहने वाले परिवार भी जिम्मेदार हैं जिन्होंने अपने घर बाथरूम और रसोई का पानी सीधे तौर पर सड़क पर गिराते हैं. लोगों का कहना है कि नगर परिषद उन्हें अब तक सड़क और पानी के लिए निकासी ड्रेन पाइप मुहैया नहीं करवा सकी है.

क्या कहते हैं कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी ?

वहीं, जब इस बारे में कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस समस्या के निदान के लिए हमने 2 शाॅकपिट इस गली में बनवाए थे ताकि बरसाती पानी यहां जमा ना हो और जमीन में चला जाए. लेकिन समस्या यह है कि यहां के लोग रसोई और बाथरूम का पानी सीधे सड़क पर गिराते हैं जिसके कारण यहां समस्या आ रही है. उन्होंने कहा कि वह इसका स्थाई समाधान ढूंढ रहे हैं. साथ ही जेई को एस्टीमेट बनाने के लिए कहा गया है.

यह भी पढ़ें :-सतपाल सत्ती ने बढ़ाया पंजाब से सटे बॉर्डर पर सेवाएं दे रहे कर्मचारियों का हौसला, बांटे सुरक्षा उपकरण

ABOUT THE AUTHOR

...view details