हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

कोविड-19 संकट: चित्रकार की कूची से निकला कोरोना का संदेश...

कोरोना काल पांवटा साहिब के चित्रकार वेद प्रकाश ने पेंटिग बनाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया. उन्होंने प्रकृति से छेड़छाड़ नहीं करने का जहां आग्रह किया. वहीं, इस दौर में संदेश देती बनाई गई पेंटिंग को उन्होंने अपना योगदान बताया.

In Paonta Sahib, painter Ved Prakash made petitions regarding Corona
कूची से निकला कोरोना का संदेश

By

Published : May 25, 2020, 4:37 PM IST

Updated : May 25, 2020, 8:56 PM IST

पांवटा साहिब:कोरोना काल में लगे लॉकडाउन में सिरमौर जिले के मशहूर चित्रकार वेद प्रकाश ने अपना सहयोग करने के लिए कैनवास पर रंगों से उकेरा. उन्होंने प्रकृति से छेड़छाड़ नहीं करने का जहां पेटिंग से संदेश दिया. वहीं, लोगों से अपील भी कि लॉकडाउन में जिस तरह कहीं नदियां तो कहीं हवा शुद्ध हुई. अब प्रकृति का दोहन नहीं करे. नहीं तो पूरी मानव जाति का नुकसान बढ़ता जाएगा.

घर के अंदर बना दिया स्टूडियो

वेद प्रकाश ने घर के अंदर ही एक स्टूडियो भी इस दौरान बना दिया. वेद प्रकाश कई पेटिंग बनाकर हरियाणा-उत्तराखंड और प्रदेश सहित अन्य राज्यों में लोगों को आकर्षित कर चुके हैं, लेकिन इस बार जो पेंटिंग उन्होंने कोरोना वायरस के दुष्प्रभाव और फायदे को लेकर बनाई. वह अपने आप में उम्दा है. दरअसल वेद प्रकाश ने एक ऑयल पेंटिंग बनाई. जिसमें संकेत दिया गया है कि किस तरह इंसानों ने प्रकृति का दोहन किया, जिसके चलते कोरोना वायरस जैसा वायरस पैदा हुआ.

वीडियो रिपोर्ट.

चित्रकार ने अपनी सोच और भावनाओं को कैनवास में उकेर कर समाज का जागरूक करने का प्रयास किया. कोरोना ने दुनिया में कोहराम मचा रखा है. वहीं, कोरोना के चलते देश में लगे लॉकडाउन में प्रकृति को निखार दिया. हम अगर प्रकृति का सम्मान करेंगे तो वह हमारा ख्याल रखेगी.

अपना योगदान देने की कौशिश

वेद प्रकाश ने बताया कि देश में कोरोना काल में अपना योगदान कैसे दिया जाए. यह विचार मन में चल रहा था. डॉक्टर्स, पुलिस जवान और अन्य दिन-रात काम करके योगदान दे रहे थे. ऐसे में विचार आया कि पेटिंग के जरिए लोगों को जागरूक किया जाए. आज के दौर में यह सबसे बड़ी आवश्यकता है. लॉकडाउन में समय भी मिला और फिर बस पेंटिंग बनाकर लोगों को एक सुझाव देने की कोशिश की. उन्होंने बताया अपने पूरे परिवार को इस हुनर को सिखाने का काम कर रहा हूं. प्रयास बस यही है कि किसी न किसी माध्यम से अपनी बात रखी जाए, जिसका फायदा सभी को मिल सके.

ये भी पढ़ें:हिमाचल फंसे लद्दाख के 230 लोग घर रवाना, लंबे समय से था वापसी का इंतजार

Last Updated : May 25, 2020, 8:56 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details