हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

ईटीवी भारत स्पेशल: गांव में कोई बाहरी व्यक्ति न घुसे, इसलिए युवा खुद कर रहे पहरेदारी - himachal pradesh news

सिरमौर जिला की नाहन तहसील के तहत मालोंवाला गांव में स्थानीय युवक मंडल अपने गांव की सड़कों पर पहरा दे रहे हैं. किसी भी बाहरी व्यक्ति का यहां आना मना है. इसके लिए गांव में जगह-जगह पोस्टर भी लगाए गए हैं. गांव के लोग भी कर्फ्यू छूट में आ जा सकते हैं, लेकिन उन्हें सैनिटाइज करके मास्क के साथ ही आना पड़ता है.

nahan latest news, नाहन लेटेस्ट न्यूज
डिजाइन फोटो

By

Published : Apr 9, 2020, 1:20 PM IST

Updated : Apr 9, 2020, 9:02 PM IST

नाहन: कोरोना महामारी को रोकने के उद्देश्य से इस समय पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है. कहीं-कहीं कर्फ्यू भी लगाया गया है. वहीं, पड़ोसी राज्यों की सीमाओं से सटे सिरमौर जिला में भी प्रशासन और पुलिस पूरी तरह से चौकन्ने हैं. जिला के विभिन्न नाकों सहित शहरी क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर पुलिस पूरी तरह से सचेत है.

लिहाजा ईटीवी भारत की टीम ने जब ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति को जानने के लिए रूख किया तो देखा कि जहां ग्रामीण भी पूरा सहयोग दे रहे हैं, वहीं कुछेक गांव के लिए युवा खुद ही पहरेदारी कर रहे हैं. दरअसल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान से प्रेरित होकर सिरमौर जिला की नाहन तहसील के तहत मालोंवाला गांव में स्थानीय युवक मंडल अपने गांव की सड़कों पर पहरा दे रहे हैं. किसी भी बाहरी व्यक्ति का यहां आना मना है. इसके लिए गांव में जगह-जगह पोस्टर भी लगाए गए हैं.

वहीं, गांव के लोग भी कर्फ्यू छूट में आ जा सकते हैं, लेकिन उन्हें सैनिटाइज करके मास्क के साथ ही आना पड़ता है. चूंकि यह गांव देहरादून-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे-7 के साथ लगता है, लिहाजा उत्तराखंड व हरियाणा राज्यों की सीमाएं भी कुछ ही दूरी स्थित हैं. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए यह युवक मंडल के सदस्य रोजाना गांव में नाका लगा रहे हैं. 4 से 5 लोग हमेशा यहां पर निगरानी रखे हुए हैं.

वीडियो.

इनका मानना है कि इन उपायों से जल्द ही देश व प्रदेश से यह महामारी दूर होगी. ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए जिला परिषद सदस्य मनीष चौहान ने बताया कि कोरोना जैसी बीमारी को दूर करने में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री जुटे हुए हैं. इसलिए उनका भी दायित्व बनता है कि वह अपने गांव की रक्षा करने में आगे आएं, इसलिए सभी युवा यहां पर नाका लगाकर बैठे हुए हैं. बाहरी व्यक्ति का प्रवेश यहां पूरी तरह से बंद है.

गांव के युवाओं द्वारा लगाया पोस्टर

स्थानीय लोग भी कार्यवश ही आ जा सकते हैं. वहीं, गांव के युवा अंकित ने बताया कि सभी युवाओं ने फैसला किया है कि इस महामारी को रोकने के लिए वह रोजाना यहां पर निगरानी करेंगे और किसी भी बाहरी आदमी को प्रवेश नहीं करने देंगे. यदि कोई किसी का परिचित है, तो उसे अपना संपूर्ण ब्यौरा देना होगा. सुरक्षा के मद्देनजर सभी तरह का ध्यान रखा जा रहा है.

गांव में कोई बाहरी व्यक्ति न घुसे, इसलिए युवा खुद कर रहे पहरेदारी

कुल मिलाकर जहां ग्रामीण युवाओं का यह प्रयास सराहनीय कदम है,वहीं यह युवा अन्य लोगों के लिए भी एक प्रेरणा सोत्र बन रहे हैं और समाज को इस मुश्किल की घड़ी में खुद भी पूरी तरह से सचेत रहने का संदेश दे रहे हैं.

ये भी पढ़ें-माता पिता ने बेसहारा छोड़ दिए अपने 2 बच्चे, मासूमों ने टैंक को बना लिया बसेरा

Last Updated : Apr 9, 2020, 9:02 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details