नाहन: साल 1952 में भारत दुनिया का पहला देश बना, जिसने परिवार नियोजन (फैमिली प्लानिंग) कार्यक्रम शुरू किया. इसके तहत सरकारी अस्पतालों में नियमित रूप से फैमिली प्लानिंग के परेशन होते रहे हैं, लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना की मार इन ऑपरेशन पर भी पड़ी है.
कोरोना काल में डाक्टरों को सर्जरी करने की अनुमति नहीं थी. लिहाजा फैमिल प्लानिंग के ऑपरेशन नहीं हो पाए. सिरमौर जिला की बात करें तो यहां कोरोना महामारी ने फैमिली प्लानिंग प्रोग्राम की रफ्तार पर अब तक ब्रेक लगा रखी है. एक ओर जहां पिछले एक साल में जिला के सरकारी अस्पतालों में निर्देशों के मुताबिक फैमिली प्लानिंग से संबंधित एक भी ऑपरेशन नहीं हुआ, लेकिन अब ऑपरेशन की मंजूरी मिलने के बाद जल्द ही इन ऑपरेशन के शुरू होने की उम्मीद है.
अप्रैल 2019 से मार्च 2020 तक 1247 फैमिली प्लानिंग ऑपरेशन
सिरमौर जिला स्वास्थ्य विभाग से मिले आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल 2019 से लेकर मार्च 2020 तक सिरमौर जिला में 1247 फैमिली प्लानिंग के ऑपरेशन हुए. इसी बीच मार्च 2021 में देश में कोरोना ने दस्तक दे दी. विभाग के मुताबिक कोरोना के चलते सुरक्षा के मद्देनजर फैमिली प्लानिंग के आपरेशन पर पाबंदी लगा दी गई. हालांकि इस बीच डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में अप्रैल 2020 से जनवरी 2021 तक 127 लोगों के फैमिली प्लानिंग के आपरेशन भी हुए.
ये डिलीवरी से संबंधित मामले थे और गर्भवती महिलाओं के कोरोना टेस्ट अनिवार्य किए गए थे, निगेटिव आने वाले जिन लोगों ने फैमिली प्लानिंग की इच्छा जताई, उन 127 लोगों के नाहन मेडिकल कॉलेज ऑपरेशन जरूर किए गए. 2020 में अप्रैल माह में 15, मई में 25, जून में 10, जुलाई में 18, अगस्त में 11, सिंतबर में 9, अक्तूबर में 15, नवंबर में 7, दिसंबर में 0 (शून्य) व जनवरी 2021 में 17 ऑपरेशन किए गए. इसके अलावा जिला के सरकारी अस्पतालों में अब तक फैमिली प्लानिंग के आपरेशन शुरू नहीं हो पाए हैं.