पांवटा साहिब: जिला सिरमौर के गिरीपार क्षेत्र में आज भी कई पौराणिक मूर्तियां विराजमान हैं, लेकिन इनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है. पांवटा साहिब की अबोया पंचायत में आज भी ग्रामीण 400 साल पुरानी पौराणिक मूर्तियों को संजोए हुए हैं.
यहां ग्रामीणों ने संभाल कर रखी हैं सदियों पुरानी मूर्तियां, लोगों का दावा...खुदाई में मिल सकता है खजाना - अबोया पंचायत में भी 400 साल पुरानी पौराणिक मूर्तियां
देवभूमि हिमाचल को देवी-देवताओं और ऋषि-मुनियों की धरती कहा जाता है आज भी मंदिरों में पौराणिक मूर्तियां नजर आती हैं. हर पौराणिक मूर्ति का अपना रहस्य है.
बता दें कि जिला सिरमौर में राजा का शासन चलता था जहां पर कई प्रकार की मूर्तियां के दबे होने की भी उम्मीद जताई जाती है. वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि अगर प्रशासन अधिकारी यहां पर आकर क्षेत्र का मुआयना करें और खुदाई करें तो यहां पर प्राचीन खजाना मिलने की भी उम्मीद है.
ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर एक माता का मंदिर है. मंदिर में रखी मूर्ति भी लोगों को खुदाई के दौरान मिली थी. ये मूर्ति आज भी मंदिर में विराजमान हैं. क्षेत्र के लोगों कहना है कि अगर शासन प्रशासन इस गांव की ओर ध्यान दें तो शायद यहां पर और भी कई मूर्तियां और खजाने मिल सकते हैं.