पांवटा साहिब:इलाके में रेहड़ी वालों की फर्जी पर्ची काटने का मामला सामने आया है. दरअसल कोई अज्ञात व्यक्ति 3 साल से रेहड़ी वालों की पर्ची काट रहा था. इस बारे में नगर परिषद को पता तक नहीं चला. मामले का खुलासा तब हुआ जब नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी ने करीब 40 रेहड़ी वालों को अवैध बताते हुए चालान काटे.
40 रेहड़ियों की फर्जी पर्ची काटने का मामला
चालान कटने के बाद रेहड़ी धारकों ने कहा कि पिछले तीन सालों से रेहड़ी लगाने के लिए प्रतिदिन के हिसाब से उनसे 30 रुपये की पर्ची पहले ही काटी जा रही है. अब मामले का खुलासा होने के बाद आरटीआई एक्टिविस्ट चतर सिंह और कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अश्वनी शर्मा ने बताया कि एक रेहड़ी से 30 रूपए प्रतिदिन के हिसाब से पर्ची काटी जाती रही. यह नगर परिषद के रिकॉर्ड में ही नही था.
एक रेहड़ी से वसूले जा रहे थे 30 रुपये
इस मामले में कुल चालीस रेहड़ियों से पर्ची काटने की बात सामने आ रही है. एक दिन में एक रेहड़ी दुकानदार से पिछले तीन सालों में 40 रूपए के हिसाब से पर्ची काटी जाती रही. यानी एक महीने में 40 रेहड़ी धारकों से 36 हजार रुपये वसूले गए. तीन सालों का हिसाब जोड़ा जाए तो ये रकम 12 लाख से ऊपर होती है. ये पर्चियां कौन काट रहा था इसकी जानकारी नगर परिषद को भी नहीं है. वहीं नगर परिषद कार्यकारी अधिकारी एसएस नेगी ने बताया कि अभी हाल ही में नगर पालिका ने अवैध चल रही रेहड़ियो के चालान काटे हैं, लेकिन उसके बाद क्या कार्रवाई हुई यह पता नहीं चल सका है.
लोगों का कहना है कि नगर परिषद पांवटा साहिब भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है. अभी हाल ही में नगर परिषद में बिना टेंडर की लोहे के रोड डिवाइडर को बेचने का मामला सामने आया था. इससे पहले गटका घोटाला और फिर सफाई कर्मचारियों की हाजिरी के नाम पर महीना बांधने का वीडियो भी वायरल हुआ था.
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