नाहनः श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक विनय कुमार ने गुरुवार को ददाहू सिविल अस्पताल का दौरा किया. इस बीच विधायक ने यहां स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लेते हुए लोगों से उनका कुशलक्षेम पूछा. इसके बाद मीडिया से बात करते हुए विधायक विनय कुमार ने सरकार पर दुर्गम क्षेत्रों के साथ-साथ ददाहू सिविल अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध न करवाने के आरोप लगाए.
ददाहू सिविल अस्पताल में बनाया जाए वैक्सीनेशन सेंटर
विधायक विनय कुमार ने कहा कि ददाहू सिविल अस्पताल 25 से 26 पंचायतों का केंद्र बिंदु है, जिसका संबंधित पंचायतों के लोग लाभ उठाते हैं. ऐसे में अस्पताल में वैक्सीनेशन सेंटर का होना जायज है, लेकिन सरकार ने इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया, जिसके चलते यहां के लोग वैक्सीनेशन के लिए नाहन, संगड़ाह की ओर जाना पड़ता है. कोरोना कर्फ्यू लागू होने के बावजूद भी वैक्सीनेशन के लिए लोगों को इधर-उधर जाना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन का जब अगला चरण आयोजित किया जाए, तो उसमें ददाहू सिविल अस्पताल का भी चयन किया जाए.
ददाहू अस्पताल के लिए नर्सो की तैनाती की मांग
विधायक विनय कुमार ने कहा कि ददाहू सिविल अस्पताल में पहले ही 8 डॉक्टरों के पद स्वीकृत हैं, जिसमें से 4 डॉक्टरों को नाहन मेडिकल काॅलेज शिफ्ट कर दिया गया है. इसके अलावा अस्पताल में नर्सों का टोटा है. इसके हालात तब भी देखने को मिले, जब कुछ दिनों पहले एक नर्स कोरोना पाॅजिटिव हो गई और दूसरी नर्स 24 घंटे ड्यूटी पर रही, जबकि नर्सों के 8 पद स्वीकृत है. विधायक ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि ददाहू अस्पताल के लिए नर्सों की तैनाती की जाए, ताकि लोगों को असुविधा का सामना न करना पड़े.
रेणुका क्षेत्र के तहत गत्ताधार पीएचसी में नहीं कोई डॉक्टर
विनय कुमार ने कहा कि रेणुका क्षेत्र के तहत गत्ताधार पीएचसी में डॉक्टर नहीं हैं. चतुर्थ श्रेणी के सहारे यह पीएचसी चल रही है. पूर्व सरकार के दौरान वहां 108 एंबुलेंस की सुविधा दी थी, उसको भी सरकार ने यह कहकर वहां से भेज दिया कि नई एंबुलेंस उपलब्ध करवाई जाएगी, लेकिन वो आज तक नहीं हुई. वहां पर लोगों की स्थिति खराब है. कई लोग कोरोना से संक्रमित हैं. लोगों का कहना है कि कोरोना टेस्टिंग नहीं हो रही है. गत्ताधार भी 5 से 6 पंचायतों का केंद्र बिंदु है. विधायक विनय कुमार ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में सुविधाएं पहुंचाएं, ताकि लोग जल्द स्वस्थ हो सके.
ये भी पढे़ंः-हिमाचल में ब्लैक फंगस का पहला मामला आया सामने, कोरोना से भी खतरनाक है ये बीमारी