पावंटा साहिब:सर्दियों के साथ ही गर्मी का सीजन भी लॉकडाउन में निकल गया और ऐसे में कूलर के लिए घास(पैड) बनाने कारोबारियों के हाथ इस साल खाली ही रह गए. पावंटा साहिब के कूलर के पैड के लिए घास तैयार करने वाले कारोबारी आजाद का कहना है कि इस साल महज 30 फीसदी माल ही बिक पाया है, जिससे मजदूरों की दिहाड़ी और अपना खर्चा निकालना भी मुश्किल हो गया है.
पावंटा साहिब के पुरुवाला में कूलर के लिए घास का पैड बनाने वाले उद्योग मालिक और उद्योग में काम कर रहे प्रवासी मजदूरों ने भी कोरोना वायरस का दंश झेला है. इस उद्योग के मालिक रमेश शर्मा पिछले तीन महीने से अपने मजदूरों को तनख्वाह देने के साथ-साथ उन्हें खाने-पीने की कोई कमी नहीं होने दे रहे हैं. यही कारण है कि फैक्ट्री के मजदूर अभी तक अपने घर वापिस नहीं लौटे.
उद्योग में धूल फांक रही कूलर घास
पुरुवाला कूलर घास फैक्ट्री में घास के स्टॉक से गोदाम भरा हुआ है, लेकिन खरीददार बहुत कम नजर आ रहे हैं. इस उद्योग से हरियाणा, यूपी, उत्तराखंड जैसे पड़ोसी राज्यों में घास पहुंचाई जाती थी, मगर इस बार फैक्ट्री में ही घास खराब हो रहा है. लॉकडाउन के चलते इस साल पूरा सीजन खराब रहा. मार्च महीने में बनाया गया स्टॉक अभी तक बिका नहीं है.