नाहन: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने मुख्यमंत्री सहित बीजेपी पर जुबानी हमला बोला. राठौर ने जहां बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती को निशाने पर लिया, वहीं मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर भी खूब तंज कसे. राठौर ने प्रदेश की चारों सीटों पर कांग्रेस की जीत का दावा किया है.
जयराम ठाकुर और कुलदीप राठौर (डिजाइन फोटो) बुधवार को पांवटा साहिब में जिला सिरमौर कांग्रेस ओबीसी विभाग का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में पीसीसी चीफ कुलदीप राठौर ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की. सम्मेलन के जरिये शिमला सीट से पार्टी प्रत्याशी कर्नल धनीराम शांडिल के लिए वोट की अपील की गई.
कांग्रेस में गुटबाजी को लेकर पूछ गए सवाल को पीसीसी चीफ ने कहा कि आज कांग्रेस पूरी तरह से एकजुट हैं. हमारा पूरा नेतृत्व एक ही मंच पर इकट्ठा है. लोग भी महसूस कर रहे हैं कि कांग्रेस पहले से ज्यादा सशक्त पार्टी होकर उभरी है. आज हमारा यह सामर्थय है कि हम बीजेपी को हिमाचल की चारों सीटों पर परास्त कर सकते हैं.
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राठौर ने कहा कि कांग्रेस की एकजुटता से बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सतपाल सत्ती व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर परेशान है. इनके अध्यक्ष तो उल्टे सीधी बयानबाजी पर उतर आए हैं. यही कारण है कि सतपाल सत्ती प्रदेश में ऐसे पहले व एकमात्र नेता बन गए हैं, जिन पर चुनाव आयोग ने 48 घंटे का बैन लगाया. हैरानी इस बात की है कि मुख्यमंत्री भी सत्ती का समर्थन कर रहे हैं और कह रहे हैं कि सत्ती बेहद आक्रोश में है. उन्होंने कहा कि यह आक्रोश नहीं है, बल्कि सामने दिख रही हार की हताशा है.
पीसीसी चीफ ने मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि आज मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर मंडी संसदीय सीट पर एक चक्रव्यूह में फंस गए हैं. जिस तरह से पंडित सुखराम की पार्टी में वापिस हुई, उससे संगठन मजूबत हुआ है. आश्रय शर्मा वहां से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि अनिल शर्मा ने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दिया है, लिहाजा मुख्यमंत्री अपने जिला में ही घिर कर रह गए हैं.
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राठौर ने कहा कि जब बीजेपी की कोर कमेटी की बैठक हुई थी, तब कहा गया था कि बीजेपी अपने वर्तमान के सांसदों को ही हिमाचल में दोबारा चुनाव मैदान में उतारेगी. क्या कारण रहे कि बाद में शिमला व कांगड़ा से प्रत्याशियों को बदलना पड़ा. इसका सबसे बड़ा कारण यह था कि बीजेपी को इन दोनों ही सीटों पर अपनी हार दिख रही थी. बीजेपी ने दो सीटों पर तो पहले ही हार मान ली, बची दो सीटों पर भी भाजपा बूरी तरह हारेगी.