नाहन: देश सहित प्रदेश वैश्विक महामारी कोरोना से जंग लड़ रहा है. इस लड़ाई में जो सबसे बड़ी कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं, वह स्वास्थ्य विभाग का स्टाफ है. मगर यदि यहीं कोविड-19 नियमों की धज्जियां उड़ाने लगे तो फिर आम जनता से क्या उम्मीद करेंगे.
कुछ ऐसा ही नजारा सोमवार को डॉ. यशवंत सिंह परमार मेडिकल कॉलेज नाहन में देखने को मिला. दरअसल हुआ यूं कि सोमवार को मेडिकल कॉलेज परिसर में कॉलेज की एनजीओ फेडरेशन के चुनाव आयोजित किए गए. इस चुनाव में प्रीतम कौर को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया. कार्यकारिणी में 21 पदाधिकारी चुने गए.
इसी चुनाव कार्यक्रम से निकलकर जो तस्वीरें सामने आई, वह हैरान कर देने वाली हैं, क्योंकि दूसरों को कोविड-19 नियमों का पाठ पढ़ाने वाले खुद ही नियमों की जमकर धज्जियां उड़ाते हुए नजर आए.
तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि चुनाव कार्यक्रम में मेडिकल कॉलेज की स्टाफ नर्सों सहित अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों के बीच न तो कहीं सोशल डिस्टेंसिंग देखने को मिल रही है और न ही अधिकतर ने सही तरीके से मास्क पहने हुए है.
मास्क गले में लटकाकर महज नियम को पूरा करने की औपचारिकताएं ही पूरी की गई. कईयों ने तो मास्क भी नहीं पहने हुए है. यह भी कहा जा सकता है कि चुनाव में चुने जाने पर खुशी में यह भी भूल गए कि वर्तमान में कोरोना का दौर चला हुआ है.
ऐसे में यहां वह कहावत भी चरितार्थ होती नजर आई कि ओरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत. दर्जनों की तादाद में एकत्रित हुए स्वास्थ्य कर्मचारियों ने इस चुनाव में पूरी तरह से कोविड-19 नियमों को दरकिनार करके संक्रमण को न्यौता दे रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि हाल ही में सरकार के निर्देशों पर स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश सहित जिला भर में भी आमजनता को कोविड-19 नियमों का पालन करवाने के उद्देश्य से मैगा जागरूकता अभियान भी शुरू किया हुआ है, जिसमें मास्क को सही तरीके से पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग व हाथ धोने जैसे नियमों को लेकर जागरूक किया जा रहा है. बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की इस तरह की लापरवाही आमजन पर भी भारी पड़ सकती है.