सिरमौर: पांवटा साहिब में श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का 353वां प्रकाश उत्सव श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया. प्रकाश उत्सव के अवसर पर गुरुवार को पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड से हजारों की संख्या में संगत ने गुरवाणी सुनी.
पांवटा साहिब में धूमधाम से मनाया गया गुरु पर्व, हजारों की संख्या में संगत ने सुनी गुरवाणी - दसम ग्रंथ की रचना
पांवटा साहिब में श्री गुरु गोविंद सिंह जी महाराज का 353वां प्रकाश उत्सव श्रद्धा भाव के साथ मनाया गया. प्रकाश उत्सव के अवसर पर गुरुवार को पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड से हजारों की संख्या में संगत ने गुरवाणी सुनी.
![पांवटा साहिब में धूमधाम से मनाया गया गुरु पर्व, हजारों की संख्या में संगत ने सुनी गुरवाणी पांवटा साहिब में गुरु पर्व की धूम](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5573013-thumbnail-3x2-paonta.jpg)
प्रकाशोत्सव के लिए गुरुद्वारे को विशेष रूप से सजाया गया है. आगंतुओं के लिए दिनभर लंगर का इंतजाम किया गया. वहीं, रात में संगत के ठहरने के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए हैं.श्री गुरु गोविंद सिंह जी ने पांवटा साहिब में करीब 4 साल का समय बिताया था. उनके यहां प्रवास के बाद ही पांवटा साहिब शहर बसा था. यही कारण है कि पांवटा साहिब में सदियों से गुरुपर्व मनाने की परंपरा आज भी कायम है.
गुरु गोविंद सिंह सिखों के दसवें गुरु थे. उन्होंने दसम ग्रंथ की रचना की थी. गुरु गोविंद सिंह ने जफरानामा, (एक चिट्ठी औरंगजेब को लिखी थी).