राजगढ़: निचले क्षेत्रों में हुई लगातार बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हुई भारी बर्फबारी से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. सुबह और शाम के समय लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है, जिससे उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
हालांकि, बारिश और बर्फबारी से किसान और बागवान तबका काफी खुश है. यह बारिश और बर्फबारी फसलों के लिए किसी संजीवनी से कम नहीं है. इसलिए किसान-बागवान इसे अच्छा मान रहे हैं.
इन दिनों बागवान अपने सेब, नाशपाती, आड़ू, प्लम, खुबानी के बागीचों में तौलिए बनाने का काम चला हुआ है. बारिश की वजह से तापमान में कमी आई है और जमीन को भी पानी की उपलब्धता हो रही है, इससे बागवानों को चिलिंग आवर पूरे होने की उम्मीद है.
वहीं, इन दिनों किसानों की लहुसन, मटर, आलू, गेहूं और जो आदि की फसलें खेतों में लगी हुई हैं. इन सभी फसलों के लिए यह बारिश काफी लाभदायक है. किसान इससे काफी खुश हैं.
शीतलहर की चपेट में राजगढ़ क्षेत्र
लगातार हो रही बारिश-बर्फबारी से पूरा क्षेत्र शीत लहर की चपेट में है. तापमान में 5 से 6 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है. राजगढ़ क्षेत्र की ऊंची पर्वत चोटियों घौटाडी, पहलोग, कालाबाग, मानवा, ठारु, ठंडीधार, बनालीधार, हाब्बन, बथाऊ धार में पिछले 24 घंटों के दौरान करीब आधा फीट से अधिक बर्फ गिरी है.
हालांकि, लगातार बर्फबारी और बारिश के बाद भी इलाके में बिजली और यातायात सुविधा सुचारू रूप से जारी है. इससे क्षेत्र के लोगों को राहत मिली है. बता दें कि मौसम विभाग ने 7 जनवरी तक मौसम खराब रहने की संभावना जताई है. इसके बाद प्रदेश में मौसम साफ बना रहेगा.