नाहनःहिमाचल प्रदेश राज्य बिजली बोर्ड इंप्लाइज यूनियन नाहन यूनिट का एक दिवसीय सम्मेलन जिला मुख्यालय नाहन में आयोजित किया. कार्यक्रम में यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस दौरान बिजली बोर्ड कर्मचारियों ने लंबे समय से लंबित पड़ी मांगों का समाधान न होने पर सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त की. साथ ही मांगों का जल्द समाधान न होने की सूरत में आंदोलन की भी चेतावनी दी है.
लंबित मांगों का समाधान न होने से कर्मचारियों में रोष
यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप सिंह खरवाड़ा ने कहा कि एक लंबे समय से बिजली बोर्ड के हर एक वर्ग के कर्मचारियों से संबंधित 90 सूत्रीय मांगें लंबित पड़ी हैं, जिनका समाधान न होने से कर्मचारियों में भारी रोष है. इसको लेकर सरकार को नोटिस दिया गया है. यहीं नहीं पिछले डेढ़ साल से कुछ ऐसे मामले सर्विस कमेटी के पास पेंडिंग पड़े हैं, जिन पर आज तक कोई विचार नहीं हुआ है. सर्विस कमेटी की बैठक न होना भी बिजली बोर्ड की कमजोरी के साथ साल लापरवाही है.
कुलदीप सिंह ने कहा कि पिछले 10 से 15 सालों से बोर्ड में अपनी सेवाएं दे आउटसोर्स कर्मियों की सेवाएं समाप्त करने का जो सरकार ने फैसला लिया है, उसका यूनियन कड़ा विरोध करती है. हाल ही में सरकार ने एक ओर आदेश जारी किया है, जिसके तहत टीमेट्स व अन्य कर्मियों की भर्ती की जानी है और मेनेटनटेंस गैंग को समाप्त करने का निर्णय लिया गया है, एंप्लाइज यूनियन इसका कड़ा विरोध करती है.
शिमला मुख्य कार्यालय में 30 मार्च से 30 अप्रैल तक चलेगा धरना
प्रदेश अध्यक्ष ने सरकार सहित बिजली बोर्ड प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि बोर्ड के कर्मचारियों की विभिन्न मांगों को लेकर 30 मार्च से शिमला मुख्य कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया जाएगा, जोकि 30 अप्रैल तक चलेगा. फिर भी उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जाता तो आंदोलन को ओर तेज किया जाएगा. कुल मिलाकर बिजली बोर्ड के कर्मचारी अब अपनी मांगों को लेकर सरकार व प्रबंधन से आर-पार की लड़ाई लड़ने का मूड बना चुके हैं और जिसकी शुरुआत शिमला में धरना प्रदर्शन से होगी.
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