7 मासूमों की मौत के बाद शिक्षा विभाग का बड़ा एक्शन, 'इन 2 स्कूल्स में ना करवाएं अपने बच्चों का दाखिला'
एलीमेंटर एजुकेशन के डिप्टी डायरेक्टर विपिन कुमार ने अभिभावकों से भी अपील की कि वह उपरोक्त दोनों ही स्कूलों में अपने बच्चों के दाखिले न करवाएं.
फाइल फोटो
नाहन: मासूम बच्चों की मौत के बाद शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है. रेणुका जी के समीप खड़कोली में इसी साल 5 जनवरी को पेश आए निजी स्कूल बस हादसे के बाद व स्कूल संबंधी अन्य औपचारिकताओं में कमी के चलते ददाहू में स्थित डीएवीएन स्कूल को बंद कर दिया गया है. यही नहीं जिला मुख्यालय नाहन के एक और महाराजा राजेंद्र प्रकाश पब्लिक स्कूल पर भी गाज गिरी है.
शिक्षा विभाग ने दोनों ही स्कूलों का नवीनीकरण अस्वीकार कर दिया है. बता दें कि रेणुका बस हादसे की जांच के दौरान ही नाहन के उक्त निजी स्कूल की औपचरिकताओं में कमी उजागर हुई थी. मामले की पुष्टि करते हुए एलीमेंटर एजुकेशन के डिप्टी डायरेक्टर विपिन कुमार ने बताया कि डीएवीएन पब्लिक स्कूल ददाहू व नाहन स्थित महाराजा राजेंद्र प्रकाश पब्लिक स्कूल का नवीनीकरण सत्र 2018-19 व 2019-20 का नवीनीकरण अस्वीकार किया गया है. उन्होंने कहा कि डीवीएन स्कूल बस हादसे के कारण भी जांच के दायरे में आया था, साथ ही अन्य औपचारिकताओं को लेकर भी कमियां थी. वहीं दूसरे स्कूल आरटीई के नॉर्मस पूरे नहीं थे.
एलीमेंटर एजुकेशन के डिप्टी डायरेक्टर विपिन कुमार ने अभिभावकों से भी अपील की कि वह उपरोक्त दोनों ही स्कूलों में अपने बच्चों के दाखिले न करवाएं. गौरतलब है कि डीएवीएन स्कूल बस हादसे में 7 मासूम बच्चों की मौत हो गई थी, जबकि बस के चालक को भी अपनी जान से हाथ धोना पड़ा था. वहीं कई बच्चे घायल हुए थे.
बस हादसे की जांच में सामने आए थे ये तथ्य
रेणुका स्कूल बस हादसे के बाद जांच में यह बात सामने आई थी कि डीएवीएन स्कूल के पास पांच साल की रिकॉग्निशन तो थी, लेकिन हर साल की जाने वाली रिन्यूवल नहीं करवाई गई थी. इसका अर्थ यह था कि एलीमेंट्री शिक्षा विभाग से बिना मान्यता के ही स्कूल चलाया जा रहा था, साथ ही स्कूल को लेकर भी कई कमियां सामने आईं थी.