नाहन: जिला मुख्यालय नाहन में 70 के दशक से सेना-सिविलियंस के बीच भूमि विवाद चला आ रहा है, लेकिन अभी तक इस मुद्दे का कोई हल नहीं निकल पाया है. वहीं, अब लोकसभा चुनाव के दौरान दोबारा ये मुद्दा बाहर आया है. इस मुद्दे को स्थानीय लोगों ने विस अध्यक्ष राजीव बिंदल के समक्ष उठाया है.
दरअसल जब विधानसभा अध्यक्ष राजीव बिंदल गोरखा समुदाय के बीच जनसंपर्क अभियान के दौरान पहुंचे तो समुदाय के लोगों ने भूमि विवाद के मुद्दे को जल्द से जल्द पूरा करवाने की मांग उठाई. जिसके बाद विधायक ने भी लोगों को इसके जल्द समाधान की बात कही.
गौरतलब है कि नाहन के गोरखा समुदाय की जो सबसे बड़ी समस्या है, वह आर्मी के साथ चला आ रहा भूमि विवाद है. कुछ भूमि आर्मी के कब्जे में है और कुछ गोरखा समुदाय के लोगों के कब्जे में है. लिहाजा 70 के दशक से ये विवाद चला आ रहा है. मामला कई बार केंद्र सरकार तक भी पहुंचा, लेकिन अब तक लोगों की सालों से चली आ रही मांग लंबित पड़ी है.
मामले में गोरखा एसोसिएशन नाहन के अध्यक्ष खेम बहादुर का कहना है कि सेना के साथ भूमि विवाद से हजारों लोग प्रभावित हो रहे हैं. छोटे-छोटे काम के लिए सेना से परमिशन लेनी पड़ती है. उन्होंने सरकार से मुद्दे को सुलझाने को लेकर फिर से गुहार लगाई है. खेम बहादुर ने कहा कि जो सरकार समस्या का समाधान करेगी उसका भविष्य में भी साथ देंगे.