नाहन: सिरमौर जिले में पिछले 2 से 3 दिनों में कोरोना संक्रमण से स्वस्थ होने की दर में थोड़ा सुधार आया है, लेकिन पॉजिटिव मामले काफी संख्या में सामने आ रहे हैं. हालांकि जिले में कोरोना कर्फ्यू लागू है. बावजूद इसके सैंकड़ों की संख्या में प्रतिदिन पॉजिटिव मामले चिंता का विषय बने हुए हैं.
दरअसल आने वाले दिनों में पॉजिटिव मामलों के आंकड़े तय करेंगे कि कोरोना कर्फ्यू में ढील रहेगी या फिर कड़ाई के साथ नियम और ज्यादा सख्त होंगे. जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि इसी तरह लोगों की लापरवाही से पॉजिटिव मामलों में वृद्धि होती रही, तो कोरोना कर्फ्यू को और ज्यादा सख्ती के साथ लागू किया जाएगा. डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने स्पष्ट शब्दों में इसके संकेत दिए हैं.
'लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल का सही तरह से पालन नहीं कर रहे'
डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि जिले में कोरोना कर्फ्यू होने के बावजूद भी इतने मामले आना यह दर्शाता है कि अभी भी लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल का सही तरह से पालन नहीं कर रहे हैं. लापरवाही अब भी जारी है. डीसी ने कहा कि हालांकि पिछले 2 से 3 दिनों में जिले में रिकवरी दर में थोड़ा सुधार हुआ है, परंतु पॉजिटिव दर लगातार बढ़ रही है, जोकि चिंता का विषय है.
'लोग नियमों की अवहेलना करते रहे, तो पाबंदियां और अधिक बढ़ाई जाएंगी'
डीसी सिरमौर ने कहा कि आने वाले दिनों में कोरोना कर्फ्यू में यदि और ढील दी जाती है, तो वह जिले में आने वाले पॉजिटिव मामलों पर निर्भर करेगी. यदि इसी तरह मामले आते रहे और लोग नियमों की अवहेलना करते रहे, तो पाबंदियां और अधिक बढ़ाई जाएंगी.
डीसी ने जिले के लोगों से आग्रह करते हुए कहा कि यदि लोग चाहते हैं कि कर्फ्यू ढील में और अधिक कड़े कदम न उठाए जाएं, तो लोग सरकारी निर्देशों का सख्ती से पालन करें. बेवजह घर से बाहर न निकलें. रोज-रोज बाजार आने की भी आवश्यकता नहीं है.
डीसी ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से अपने बच्चों को बचाने के लिए विशेष ध्यान दें, क्योंकि शोध में पाया गया कि आने वाले समय में यह बीमारी बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर सकती है.
समय पर अस्पताल न पहुंचना मौतों की वजह
डीसी ने लोगों से यह भी आहवान किया कि ऑक्सीजन लेवल गिरने व तबीयत खराब होने पर तुरंत अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे, क्योंकि समय पर अस्पताल न आने की वजह से जिले में संक्रमण से अधिकतर मौतें हो रही हैं. जिले के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के अलावा फिल्ड में तैनात सभी आशा व स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के पास भी ऑक्सीमीटर उपलब्ध करवाए गए हैं. ऐसे में लोग समय-समय पर अपने ऑक्सीजन की जांच करवा सकते हैं.
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