पांवटा साहिब: चाइना के वुहान से पैदा हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है. दिन-ब-दिन कोरोना वायरस के बढ़ रहे मामलों को देखते हुए देश में लॉकडाउन लगाया गया था. लेकिन अब पूरे देश में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो गई. इन सब के बीच डॉक्टर्स, आशा वर्कर और एंबुलेंस कर्मचारी अहम भूमिकाओं में हैं.
उपमंडल पांवटा साहिब की बात करें तो यहां डॉक्टर, आशा वर्कर और एंबुलेंस कर्मचारी दिन रात अपनी सेवाओं में जुटे हुए हैं जिसकी वजह से कोरोना संक्रमित का ग्राफ यहां ज्यादा नहीं बढ़ पाया. 23 वर्षीय आशा वर्कर पूनम भी कोरोना योद्धा की भूमिका मे काम कर रही हैं जिन्होंने पहले काम को तवज्जो दी और फिर परिवार को.
पूनम में ना केवल कोरोना पॉजिटिव लोगों को अस्पताल तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया बल्कि उनके ठीक हो जाने के बाद उन्हें वापस घर भी पहुंचाया. कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को छूने से जहां अपने परिवार के लोग भी कतराते हैं, वहां इस 23 वर्षीय महिला ने कोराना पॉजिटिव मरीजों का पूरा खयाल रखा.
108 कर्मचारी लोगों को दे रहे सुविधाएं
108 कर्मचारियों की बात करें तो वे भी दिन हो या रात, पीड़ित लोगों को अस्पताल पहुंचा रहे हैं और कोरोना योद्धाओं की भूमिका में काम करे रहे हैं. अपने परिवार से दूर रहकर 108 कर्मचारी कोरोना संक्रमण व्यक्ति को उनके घर से कॉविड सेंटर तक ला रहे हैं. समय-समय पर लोगों को हर तरह की सुविधा देने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.