नाहन:वैश्विक महामारी कोरोना से पूरी दुनिया सहित देश व प्रदेश भी त्रस्त है. एक ओर जहां कोरोना की जंग में फ्रंटलाइन योद्धा दिन रात अपने काम में जुटे हुए हैं. वहीं, सिरमौर जिला में भी एकमात्र ऐसा एंबुलेंस का चालक हैं, जोकि अब तक बिना किसी छुट्टी के जहां अपनी लगातार सेवाएं दे रहा है. साथ ही कोरोना से संक्रमित पार्थिव शरीरों को भी सम्मान सहित अंतिम सफर तक पहुंचाने में लगातार जुटे हुए हैं.
राम सिंह नाहन में रोगी कल्याण समिति की एंबुलेंस के चालक हैं. मेडिकल कॉलेज में भी अक्सर दीन दुखियों की मदद करते हुए इस शख्स को देखा जा सकता है, लेकिन कोरोना काल में राम सिंह की सेवाएं सराहनीय है. संक्रमण से मौत के बाद पार्थिव शरीरों को विभिन्न अस्पतालों से कोविड प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार के लिए श्मशानघाट तक पहुंचाने का जिम्मा राम सिंह बखूबी निभा रहे हैं.
जिला सिरमौर में अब तक 17 संक्रमित शवों को राम सिंह अस्पतालों से श्मशानघाट तक पहुंचा चुके हैं, जहां कोविड प्रोटोकॉल के तहत शव का अंतिम संस्कार किया जाता है. कभी शिमला, कभी सराहां, कभी मेडिकल कॉलेज नाहन, तो कभी चंडीगढ़ इत्यादि. सभी जगहों से जिला के विभिन्न क्षेत्रों से ताल्लुक रखने वाले मृतकों के शवों को राम सिंह ने ही अंतिम सफर तक पहुंचाया है. यही नहीं लॉकडाउन के दौरान भी संक्रमित लोगों को राम सिंह ने अस्पतालों तक पहुंचाया था.
राम सिंह को उनके काम के लिए इस बार स्वतंत्रता दिवस पर जिला प्रशासन ने सम्मानित भी किया. वहीं, आज भी एंबुलेंस चालक राम सिंह इस काम में जुटे हुए हैं और पूरे कोरोना प्रोटोकॉल के साथ अपने काम को बखूबी अंजाम दे रहे हैं.