हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

नाहन में आयुर्वेद पद्धति से भी होगा कोरोना संक्रमितों का इलाज, दी जाएंगी 17 प्रकार की दवाएं

कोविड-19 आयुष अस्पताल नाहन में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आयुर्वेद विभाग के पास दवाओं की खेप पहुंच गई है, जिन्हें अब चयनित वार्ड में होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों को उपलब्ध करवाया जाएगा. संक्रमित मरीजों के लिए 17 प्रकार की आयुर्वेदिक दवाएं होंगी, जिन्हें लक्षणों के अनुसार मरीजों को घर द्वार तक ही पहुंचाया जाएगा.

sirmaur latest news, सिरमौर लेटेस्ट न्यूज
फोटो.

By

Published : May 13, 2021, 5:15 PM IST

नाहन:सिरमौर जिला में अब होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों का आयुर्वेद पद्धति से भी इलाज किया जाएगा. इसी कड़ी में जिला प्रशासन ने नाहन शहर के 2 वार्ड आयुर्वेदिक विभाग को सौंपे हैं, जिसके तहत विभाग ने करीब 200 कोरोना संक्रमित मरीजों की सूची तैयार की है.

दरअसल कोविड-19 आयुष अस्पताल नाहन में कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आयुर्वेद विभाग के पास दवाओं की खेप पहुंच गई है, जिन्हें अब चयनित वार्ड में होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना संक्रमित मरीजों को उपलब्ध करवाया जाएगा. संक्रमित मरीजों के लिए 17 प्रकार की आयुर्वेदिक दवाएं होंगी, जिन्हें लक्षणों के अनुसार मरीजों को घर द्वार तक ही पहुंचाया जाएगा.

वीडियो रिपोर्ट.

विभाग के पास 17 किस्म की दवाइयां पहुंची हैं

कोविड-19 आयुष चिकित्सालय नाहन में तैनात आयुर्वेद विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. प्रमोद पारिक ने बताया कि संक्रमित लोगों के इलाज के लिए विभाग के पास 17 किस्म की दवाइयां पहुंची हैं, जिनके माध्यम से कोरोना संक्रमितों का इलाज किया जाएगा.

इन दवाओं से बड़ी संख्या में लोग संक्रमण से रिकवर हुए थे

उन्होंने कहा कि कोरोना की जब पहली लहर आई थी, तो उस दौरान भी आयुर्वेद की दवाएं कारगर साबित हुई थीं और बड़ी संख्या में लोग संक्रमण से रिकवर हुए थे. डॉ. पारिक ने बताया कि आयुर्वेद विभाग ने अपनी टीमें तैयार कर ली है, जो वार्ड में जाकर कोरोना संक्रमितों तक दवाईयां पहुंचाएंगी. साथ-साथ 10 दिनों तक मरीजों की पूरी निगरानी भी रखी जाएगी.

आयुष किटें संक्रमितों की इम्युनिटी बढ़ाने में कारगर

बता दें कि कोरोना की पहली लहर में भी जिला प्रशासन के निर्देशों पर तैयार की गई आयुष किटें संक्रमितों की इम्युनिटी बढ़ाने की दिशा में काफी कारगर साबित हुई थी. लिहाजा अब दूसरी लहर में भी जिला प्रशासन ने आयुर्वेद विभाग को पुनः मरीजों के उपचार का जिम्मा सौंपा है.

ये भी पढ़ें-कोविशील्ड टीके की दो खुराकों के बीच 12-16 हफ्ते का अंतर होगा

ABOUT THE AUTHOR

...view details