नाहन: राष्ट्रीय महत्व की रेणुकाजी बांध परियोजना का निर्माण कार्य फॉरेस्ट क्लीयरेंस पर निर्भर करेगा. निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीदों को दोबारा से परवान चढ़ाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बजट में पुनः इस बात को दोहराया है कि इसी साल परियोजना का निर्माण कार्य शुरू होगा. दरअसल रेणुका जी बांध परियोजना सिरमौर जिले में यमुना नदी की सहायक गिरी नदी पर प्रस्तावित है. बांध परियोजना विद्युत उत्पादन के साथ पेयजल की भी आपूर्ति करेगी.
इस बांध से देश की राजधानी दिल्ली के लिए पानी की सप्लाई होगीय इससे करीब 40 फीसदी आबादी की पानी की समस्या दूर होगी. बता दें कि 27 दिसंबर 2021 को मंडी के पड्डल मैदान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का शिलान्यास भी कर चुके हैं, लेकिन अब तक बांध निर्माण के कार्य में एक भी ईंट नहीं लगी. बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसी साल बांध निर्माण कार्य शुरू होने की बात को बजट में दोहराया है.
इससे पहले जनवरी माह में जिला मुख्यालय नाहन में हुई बैठक में विशेष मुख्य सचिव बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा राम सुभग सिंह ने भी इसी साल निर्माण कार्य शुरू होने की बात कही थी. फिलहाल जब तक बांध निर्माण के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिल जाती, तब तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सकता. हालांकि बांध प्रबंधन फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए पूरे प्रयास कर रहा है. उम्मीद है कि शीघ्र इस दिशा में सकारात्मक परिणाम आएंगे और इसी साल निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा.
दो दिवसीय दौरे पर पहुंचेगी सैंटर की टीम:बांध परियोजना का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू हो और शीघ्र इसकी फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिल जाए, इसको देखते हुए इसी माह सैंटर से एक्सपर्टस की एक टीम भी रेणुका जी पहुंच रही है. 22 मार्च को यह टीम रेणुका जी पहुंच जाएगी. 23 और 24 मार्च को टीम बांध स्थल का विजिट करेगी और विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर 25 को वापस लौट जाएगी.