हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

फॉरेस्ट क्लीयरेंस पर निर्भर करेगा रेणुकाजी बांध परियोजना का निर्माण कार्य, इसी माह दौरे पर आएगी केंद्रीय टीम

राष्ट्रीय महत्व की रेणुकाजी बांध परियोजना का निर्माण कार्य फॉरेस्ट क्लीयरेंस पर निर्भर करेगा. निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीदों को दोबारा से परवान चढ़ाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बजट में पुनः इस बात को दोहराया है कि इसी साल परियोजना का निर्माण कार्य शुरू होगा. दरअसल रेणुका जी बांध परियोजना सिरमौर जिले में यमुना नदी की सहायक गिरी नदी पर प्रस्तावित है. बांध परियोजना विद्युत उत्पादन के साथ पेयजल की भी आपूर्ति करेगी.

रेणुकाजी बांध परियोजना
रेणुकाजी बांध परियोजना

By

Published : Mar 19, 2023, 3:42 PM IST

नाहन: राष्ट्रीय महत्व की रेणुकाजी बांध परियोजना का निर्माण कार्य फॉरेस्ट क्लीयरेंस पर निर्भर करेगा. निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीदों को दोबारा से परवान चढ़ाते हुए मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बजट में पुनः इस बात को दोहराया है कि इसी साल परियोजना का निर्माण कार्य शुरू होगा. दरअसल रेणुका जी बांध परियोजना सिरमौर जिले में यमुना नदी की सहायक गिरी नदी पर प्रस्तावित है. बांध परियोजना विद्युत उत्पादन के साथ पेयजल की भी आपूर्ति करेगी.

इस बांध से देश की राजधानी दिल्ली के लिए पानी की सप्लाई होगीय इससे करीब 40 फीसदी आबादी की पानी की समस्या दूर होगी. बता दें कि 27 दिसंबर 2021 को मंडी के पड्डल मैदान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस राष्ट्रीय महत्व की परियोजना का शिलान्यास भी कर चुके हैं, लेकिन अब तक बांध निर्माण के कार्य में एक भी ईंट नहीं लगी. बीते शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इसी साल बांध निर्माण कार्य शुरू होने की बात को बजट में दोहराया है.

इससे पहले जनवरी माह में जिला मुख्यालय नाहन में हुई बैठक में विशेष मुख्य सचिव बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा राम सुभग सिंह ने भी इसी साल निर्माण कार्य शुरू होने की बात कही थी. फिलहाल जब तक बांध निर्माण के लिए फॉरेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिल जाती, तब तक इसका निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जा सकता. हालांकि बांध प्रबंधन फॉरेस्ट क्लीयरेंस के लिए पूरे प्रयास कर रहा है. उम्मीद है कि शीघ्र इस दिशा में सकारात्मक परिणाम आएंगे और इसी साल निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा.

दो दिवसीय दौरे पर पहुंचेगी सैंटर की टीम:बांध परियोजना का निर्माण कार्य जल्द से जल्द शुरू हो और शीघ्र इसकी फॉरेस्ट क्लीयरेंस मिल जाए, इसको देखते हुए इसी माह सैंटर से एक्सपर्टस की एक टीम भी रेणुका जी पहुंच रही है. 22 मार्च को यह टीम रेणुका जी पहुंच जाएगी. 23 और 24 मार्च को टीम बांध स्थल का विजिट करेगी और विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर 25 को वापस लौट जाएगी.

कार्य शुरू होने से पहले 3 सुरंगों का होगा निर्माण:प्रबंधन के अनुसार परियोजना का कार्य शुरू होने से पूर्व तीन सुरंगों का निर्माण किया जाएगा. ये सुरंगे डेढ़-डेढ़ किलोमीटर लंबी होंगी, ताकि नदी के पानी का बहाव मोड़कर इन सुरंगों की ओर किया जा सके. बताया जा रहा है कि इस कार्य पर लगभग 500 करोड़ रुपये की राशि खर्च होनी है.

148 मीटर बनेगा ऊंचा बांध, 24 किमी होगी लंबी झील:इस परियोजना का प्राकलन 6,947 करोड़ रुपये का था. इसमें पानी की आपूर्ति पर 6647.46 करोड़, जबकि बिजली पर 299 करोड़ रुपये की लागत शामिल है. परियोजना परिव्यय का 90 प्रतिशत केंद्र सरकार की ओर से वहन किया जाएगा. यहां 24 किलोमीटर लंबी झील बनेगी. 1,508 हेक्टेयर क्षेत्र जलमग्न होगा. परियोजना से क्षेत्र की 20 पंचायतों के 41 गांव और 7000 की आबादी प्रभावित होगी. जबकि 346 परिवार बेघर होंगे.

क्या कहते हैं महाप्रबंधक: उधर इस मामले में पूछे जाने पर रेणुका जी बांध परियोजना के महाप्रबंधक एमके कपूर ने बताया कि फोरेस्ट क्लीयरेंस मिलते ही रेणुकाजी बांध परियोजना का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा. वन विभाग के साथ मिलकर पेड़ों की गिनती का कार्य किया जा रहा है. इस कार्य में स्थानीय लोगों की तरफ से भी कुछ दिक्कत आ रही है. इसी माह सैंटल से एक्सपर्ट सहित एक संयुक्त टीम भी पहुंचेगी, जो इस संबंध में बारीकी से जायजा लेगी.

ये भी पढ़ें:हिमाचल-उत्तराखंड को जोड़ने वाले यमुना पुल का मरम्मत कार्य जल्द होगा शुरू, यहां से डायवर्ट होगा ट्रैफिक

ABOUT THE AUTHOR

...view details