पांवटा साहिब:कोरोना संक्रमितों का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना का कहर जारी है. ऐसे में प्रशासन और सरकार यहां कोविड स्पेशल अस्पताल स्थापित करने के साथ-साथ आइसोलेशन सेंटर बनाने पर भी जोर दे रही हैं. कोरोना की रफ्तार के आगे सारी व्यवस्थाएं नाकाफी साबित हो रही है.
सिरमौर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना ने पांव पसार लिए हैं. इन ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं ना के बराबर हैं. ऐसे में ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी के निर्देशों के बाद राजगढ़ और शिलाई डिग्री कॉलेज के भवनों को आइसोलेशन सेंटर्स में तब्दील कर दिया गया है, जबकि पांवटा साहिब में ज्ञान चंद गोयल धर्मशाला में 50 बिस्तर का आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है.
लोग बरत रहे लापरवाही
बता दें कि हिमाचल के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण और कोरोना से मौत के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ रहे हैं. इसके बाद भी ग्रामीण क्षेत्रों में लोग कोरोना के प्रति अब भी लापरवाही बरत रहे हैं. लक्षण दिखने के बाद भी लोग अस्पताल में जांच और इलाज के लिए आने से गुरेज कर रहे हैं. इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में आइसोलेशन की सुविधा भी नहीं है. परिवार के किसी व्यक्ति के संक्रमित होने पर ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को एक ही घर में रहने एक ही शौचालय का इस्तेमाल करने को मजबूर होना पड़ रहा है.
स्वास्थ्य सेवाओं का मजबूत करने का प्रयास: सुखराम चौधरी
ऊर्जा मंत्री सुखराम चौधरी ने बताया कि प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की कोई कमी नहीं है. कोरोना महामारी के इस दौर में गांव-गांव तक स्वस्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए सरकार और प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है.
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