नाहन: बदलते मौसम को देखते हुए सिरमौर जिला प्रशासन गंभीर हो गया है. प्रशासन ने डेंगू और मलेरिया से बचाव को लेकर जागरूकता कार्यक्रम शुरू करने का निर्णय लिया है.
इस जागरूकता अभियान को लेकर सिरमौर डीसी ललित जैन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग को भी अभियान के बारे में दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि घरों व आसपास पानी के इकट्ठा होने से डेंगू और मलेरिया के मच्छर उत्पन्न होते हैं, जिससे डेंगू और मलेरिया रोग के फैलने की संभावनाएं उत्पन्न हो जाती है. इन रोगों से बचाव के लिए सावधानी बरतने की आवश्यकता है. इन रोगों के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है.
उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वो आशा वर्कर्स के माध्यम से पंचायत स्तर पर इस अभियान को जारी रखे, ताकि रोगों के फैलने की संभावना उत्पन्न न हो. उपायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि जिला के सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मलेरिया व डेंगू रोग के उपचार के लिए दवाएं प्रचुर मात्रा में उपलब्ध रखें. डेंगू और मलेरिया के रोगी को सरकारी अस्पताल में निशुल्क दवाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी.
आपको बता दें कि पिछले साल डेंगू ने प्रदेश को बुरी तरह से अपनी चपेट में लिया था. प्रदेश में चार दिसंबर 2018 डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 4700 के पार हो चुका था, जबकि छह लोगों की मौत हो गई थी.
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार चार दिसंबर तक प्रदेशभर में डेंगू से ग्रस्त मरीजों की सबसे अधिक संख्या जिला बिलासपुर में थी. जहां पर डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 2000 को पार कर गया था. दूसरे नंबर पर जिला सोलन था, जहां पर डेंगू के मरीजों का आंकड़ा 1700 को पार कर चुका था. इस दौरान प्रदेश के अस्पतालों में अब तक डेंगू के संदिग्ध 18015 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई थी. इनमें 4739 लोगों में बीमारी की पुष्टि हुई थी.
प्रदेश की राजधानी शिमला में भी कई लोग डेंगू का शिकार हुए थे. जहां शिमला में डेंगू के मरीजों को आंकड़ा 133 के करीब पहुंच गया था. डेंगू के सबसे ज्यादा आंकड़े जिला बिलासपुर में सामने आए थे, जहां से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा संबंध रखते हैं. ऐसे में डेंगू प्रदेश के गले की फांस बन गया था और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती. हालांकि स्वास्थ्य विभाग काफी हद तक डेंगू से रोकथाम में विफल साबित हुआ था.
किस जिले में डेंगू के सामने आए थे कितने मामले
जिला मरीज
बिलासपुर 2035
कांगड़ा 148
कुल्लू 4
हमीरपुर 12
मंडी 588
सोलन 1720
सिरमौर 10