नाहन:वैश्विक महामारी कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बच्चों को सुरक्षित रखने के इरादे से सिरमौर प्रशासन ने एक नई पहल की शुरुआत गई है. 0 से 18 आयु वर्ग के बच्चों को आकर्षक नामों के साथ प्रशासन ने 3 श्रेणियों में विभाजित किया है. इस कार्यक्रम को प्रशासन ने आयुष्मान भव का नाम दिया है. मंगलवार को डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बच्चों को संक्रमण से दूर रखने के इरादे से रणनीति तैयार की गई.
आयुष्मान भव कार्यक्रम का शुभारंभ
मीडिया से बात करते हुए डीसी सिरमौर डॉ. आरके परूथी ने कहा कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर को लेकर अगस्त महीने में संभावना जताई जा रही है, जिसमें बच्चों के अधिक प्रभावित होने की आशंका जताई गई है. तीसरी लहर से लड़ने के लिए आयुष, शिक्षा एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभागों के साथ मिलकर आयुष विभाग की एक नई पहल की शुरुआत की जा रही है, जिसके तहत आयुष्मान भव कार्यक्रम का शुभारंभ इंटरनेशनल योगा डे यानी 21 जून को किया जाएगा.
3 श्रेणियों में बच्चों को किया गया विभाजित
डीसी ने बताया कि कार्यक्रम के तहत जिला में बच्चों को 3 श्रेणियों में विभाजित किया गया है, जिसके तहत 0 से 6 वर्ष के बच्चों को आयुष फुलवारी का नाम दिया गया है. आंगनबाड़ी में जाने वाले संबंधित आयु वर्ग के बच्चों को सुरक्षित रखने के इरादे से सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के साथ मिलकर आयुष विभाग बच्चों की माताओं की वैक्सीनेशन के लिए जागरूकता अभियान चलाएगा. साथ ही इन बच्चों को अलग से ट्रीट किया जाएगा. बच्चों के साथ-साथ उनकी माताओं पर भी ज्यादा ध्यान दिया जाएगा.
बच्चों की इम्युनिटी बढ़ाने पर विशेष ध्यान