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पच्छाद उपचुनाव: चुनावी गर्मी के बीच बीजेपी ने शांत की बागियों की 'ज्वाला', नामांकन लेंगे वापस - दयाल प्यारी

टिकट न मिलने से नाराज आशीष सिक्टा और दयाल प्यारी ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन भर दिया था, लेकिन अब दोनों अपना नामांकन वापस ले सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक सिकटा और दयाल प्यारी बुधवार को राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री जयराम से मुलाकात कर वापस लौट गए हैं. पच्छाद बीजेपी अध्यक्ष प्रताप ठाकुर ने कहा कि सतपाल सत्ती और महेंद्र सिंह ठाकुर की मौजूदगी में दोनों नेता अपना नाम वापस लेंगे.

ashish sikta and dayal Pyari may withdraw nominations

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Published : Oct 2, 2019, 9:19 PM IST

Updated : Oct 2, 2019, 10:40 PM IST

शिमला: विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन वापस लेने के लिए गुरूवार आखिरी दिन है. पच्छाद में बागी हुए बीजेपी के दो नेता अभी तक पूरी तरह से पार्टी के काबू में नहीं आए हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आधा दर्जन नेताओं की फौज बागी आशीष सिक्टा और दयाल प्यारी को मनाने के लिए लगाई है.

सूत्रों के मुताबिक सिकटा बुधवार को राजधानी शिमला में मुख्यमंत्री जयराम से मुलाकात कर वापस लौट गए हैं. इसके अलावा दयाल प्यारी के भी मुख्यमंत्री से मुलाकात करने की खबर हैं. सूत्रों के मुताबिक दोनों से सीएम ने अलग-अलग बैठकें की हैं. दोनों को सीएम ने पार्टी में उचित मान सम्मान देने की बात कही हैं.

पार्टी सूत्रों के मुताबिक सिक्टा ने सीएम के साथ हुई बातचीत में नामांकन वापस लेने के लिए हामी भर दी है, लेकिन पच्छाद में उनके समर्थक बिगड़ गए हैं. इस पर उन्होंने कहा है कि लोगों से बातचीत के बाद ही नामांकन वापस लेने के बारे में कोई फैसला लेंगे, लेकिन पच्छाद बीजेपी अध्यक्ष प्रताप ठाकुर ने कहा कि सतपाल सत्ती और महेंद्र सिंह ठाकुर की मौजूदगी में दोनों नेता अपना नाम वापस लेंगे.

बता दें कि पच्छाद उपचुनाव में बीजेपी ने रीना कश्यप को अपना उम्मीदवार बनाया था. टिकट न मिलने से नाराज आशीष सिक्टा और दयाल प्यारी ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन भर दिया था.
दोनों के चुनावी मैदान में कूदने से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ गई थी. वहीं, कांग्रेस इस मुद्दे को प्रदेश भर में भुना रही थी. कांग्रेस का तर्क था की बीजेपी में फूट पड़ चुकी है. बागवत के बाद कांग्रेस की आंखें चमक गई थी. कांग्रेस बीजेपी की बागवत में जीत ढूंढ रही थी और जीत का दावा करना भी शुरू कर दिया था. बीजेपी ने यहां डैमेज कंट्रोल करते हुए दोनों नेताओं को लगभग मना लिया है. अब दोनों बागी नेता अपना नामांकन वापस ले लेते हैं तो कांग्रेस उम्मीदवार गंगूराम मुसाफिर का सफर थोड़ा मुश्किल हो जाएगा.

Last Updated : Oct 2, 2019, 10:40 PM IST

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