डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम. नाहन: सिरमौर जिले के HIV से ग्रसित मरीजों को अब बाहरी शहरों में दाएं-बाएं नहीं भटकना पड़ेगा. डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन में ही उन्हें इलाज के साथ-साथ दवाओं की सुविधा उपलब्ध होगी. ऐसे में मरीजों को काफी सहुलियत मिल सकेगी. दरअसल मेडिकल कॉलेज में एआरटी सेंटर (एंटी रेट्रो वायरल थेरेपी केंद्र) के लिए जगह चिन्हित कर इस सेंटर में चिकित्सीय टीम की भी तैनात कर दी गई है. इस सेंटर में डॉक्टर, नर्स, काउंसलर, दवा आदि की सुविधा उपलब्ध होगी.
सोमवार से संबंधित मरीजों को एआरटी सेंटर की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी. डीसी सिरमौर राम कुमार गौतम ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में एआरटी सेंटर के लिए स्थान निर्धारित कर चिकित्सीय टीम की तैनाती कर दी गई है. अब संबंधित मरीजों को आईजीएमसी शिमला के अलावा चंडीगढ़, उत्तराखंड आदि क्षेत्रों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. सुविधा मिलने से अब इन मरीजों को बेहतर इलाज के साथ-साथ उन्हें दवाएं आदि भी यहीं पर उपलब्ध होंगी.
एचआईवी मरीजों को सामान्य जिंदगी देने और बाहरी क्षेत्रों के चक्कर काटने से हो रही परेशानी से निजात दिलाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है. उन्होंने बताया कि इस सेंटर के शुरु होने से संबंधित मरीजों को सरकार की तरफ से प्रदान की जाने वाली सहायता भी मिल सकेगी. डीसी सिरमौर ने यह भी बताया कि संक्रमण से बचाव के मद्देनजर जिला के सभी उद्योगों में श्रम विभाग और उद्योग विभाग के तालमेल से कार्यशालाओं का आयोजन के भी किया जाएगा.
बता दें कि अब तक जिले में एआरटी सेंटर की सुविधा उपलब्ध नहीं थी. जिले में इस वक्त एचआईवी मरीजों की संख्या 70 है. अब तक जिले में केवल 3 आईसीटीसी सेंटर ही काम कर रहे हैं. नाहन, राजगढ़ व पांवटा साहिब में स्थापित इन सेंटरों में एचआईवी मरीजों की टेस्टिंग व काउंसलिंग ही की जा रही थी, लेकिन अब एआरटी सैंटर के माध्यम से मरीजों को ईलाज के साथ-साथ बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी.
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