नाहन: उत्तर भारत की प्रसिद्ध शक्तिमीठ महामाया बाला सुंदरी मंदिर त्रिलोकपुर के खजाने में करोड़ों की हेरा-फेरी करने के मामले में जांच बिठा दी गई है. डीसी सिरमौर ने सहायक आयुक्त के नेतृत्व में एक जांच कमेटी का गठन कर 30 दिनों के भीतर पूरे मामले की जांच रिपोर्ट जिला प्रशासन को सौंपने के निर्देश दिए गए हैं. गत सोमवार को त्रिलोकपुर के ग्रामीणों की ओर से लगाए गए गंभीर आरोपों के बाद जिला प्रशासन ने यह जांच बिठाई है.
गौरतलब है कि गत दिवस सोमवार को त्रिलोकपुर के ग्रामीणों के एक प्रतिनिधि मंडल ने मंदिर में बरती जा रही अनियमितताओं की जांच को लेकर शिकायत डीसी सिरमौर को सौंपी थी. तत्पश्चात पत्रकारवार्ता में ग्रामीणों ने मंदिर न्यास से जुड़े अधिकारियों व कर्मचारियों की आपसी मिलीभगत से मंदिर के खजाने में करोड़ों रुपये की हेराफेरी करने के आरोप लगाए थे. ग्रामीणों का आरोप था कि पिछले 7-8 सालों से चली आ रही इन अनियमितताओं की यदि सही तरीके से जांच की जाए, तो नकदी, सोने-चांदी सहित अन्य चढ़ावे की रकम 100 करोड़ के आसपास पहुंच सकती है.