नाहन: प्रदेश में सड़कों पर आवारा घूमने वाले गौवंश की समस्या किसी से छिपी नहीं है. इसका समाधान करने के लिए हिमाचल प्रदेश गौ-सेवा आयोग के उपाध्यक्ष विभिन्न जिलों का दौरा कर रहे हैं. नाहन दौरे के दौरान प्रदेश गौ सेवा आयोग के उपाध्यक्ष अशोक शर्मा ने कहा कि वर्तमान जयराम सरकार जब से सत्ता में आई है.
प्रदेश में 7 गऊ सेंचुरी जल्द बनकर होंगी तैयार, हजारों गायों को मिलेगा आश्रय
सड़कों पर आवारा घूमने वाले गौवंश की समस्या के समाधान करने के लिए जयराम सरकार प्रदेश में सात गऊ सेंचुरी का जल्द निर्माण करेगी. इन सेंचुरी में करीब 10 हजार गायों को आश्रय मिलेगा.
गोवंश के मामले को लेकर बेहद गंभीर है और इस पर काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हिमाचल प्रदेश में सात गऊ सेंचुरी बनाने का निर्णय लिया गया है.गऊ सेंचुरी बनाने में थोड़ा समय जरूर लगेगा, लेकिन सेंचुरी में करीब 10 हजार गायों को रखने की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा दो बड़ी गौशालाएं में भी बनेंगी जिनमें करीब चार हजार गोवंश को रखा जाएगा. इसमें सरकारी अनुदान के साथ-साथ लोगों का भी सहयोग रहेगा.
उपाध्यक्ष ने बताया कि सिरमौर में गऊ सेंचुरी बनकर तैयार हो गई है. वहीं, दूसरी का काम चल रहा है. वहीं, 4 सेंचुरी कांगड़ा, एक हमीरपुर और एक खैरी में बनाई जाएंगी. ऐसे में गऊ सेंचुरी के निर्माण से आवारा पशुओं की समस्या का काफी हद तक समाधान हो सकेगा.