शिमलाः ठियोग-हाटकोटी सड़क पिछले 10 सालों से क्षेत्र की जनता के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है. यह सड़क सूबे में प्रशासन की अनदेखी की सबसे बड़ी मिसाल बन चुकी है. सड़क पर बनने वाले करीब 7 पुलों का निर्माण कार्य पिछले लंबे समय से अधर में लटका हुआ है. जिससे लोगों को कई घंटों जाम से जुझना पड़ता है.
कई स्थानों पर सड़क संकरी होने का कारण कई लोग हादसों में अपनी जान तक गवा चुके हैं. फिर भी प्रशासन इन पुलों के जल्द निर्माण की ओर कोई दिल्चस्पी नहीं दिखा रहा है. स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण का कार्य कई कंपनियां छोड़ कर जा चुकी हैं. अब भी काम अधूरा पड़ा हुआ है.
बता दें कि आने वाले करीब डेढ महीने में सेब का सीजन शुरू होने वाल है. ऐसे में क्षेत्र की जनता को फिर से भारी परेशानी झेलनी पड़ेगी. सड़क तंग है, सड़क के किनारे कहीं भी पैराफिट नहीं है, ऐसा कोई भी प्रावधान नहीं किया गया है जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके.
स्थनीय लोगों का कहना है कि पिछले डेढ से दो सालों से पुलों का निर्माण कार्य ठप्प पड़ा हुआ है. प्रशासन पुलों के निर्माण कार्यों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा है. पुलों का निर्माण 60 प्रतिशत से अधिक हो चुका है, लेकिन इसके बाद कंपनी ने काम बंद कर दिया है और प्रशासन अब नई कंपनी को टेंडर नहीं दे रहा है.