शिमलाःकाेराेना की लहर बेकाबू हाेती जा रही है. राेजाना 300 से ज्यादा मरीज जिलाभर से आ रहे हैं. ऐसे में अब लगातार बेड की कमी भी हाेती जा रही है. अभी तक शिमला में जितने भी काेविड केयर सेंटर बनाए गए हैं, उनमें मरीजाें की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे में अब प्रदेश के एकमात्र महिला एवं शिशु अस्पताल केएनएच काे भी कोविड मरीजों के लिए 50 बेड बनाने की तैयारी की जा रही है.
इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियाें ने केएनएच का दाैरा कर लिया है. शुरूआत में यहां पर 50 बेड लगाए जाएंगे, उसके बाद मरीजाें के बढ़ने के साथ-साथ बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी.अभी तक आईजीएमसी शिमला, डीडीयू, काेविड केयर सेंटर मशाेबरा, आयुर्वेदिक अस्पताल छाेटा शिमला जिलाभर के कई सरकारी अस्पतालाें में मरीजाें काे रखा जा रहा है. बीते वर्ष मई माह में शिमला में पहला केस आया था, उसके बाद दिसंबर तक लगातार मरीज आए, मगर आईजीएमसी, डीडीयू और काेविड केयर सेंटर्स में ही मरीजाें का इलाज किया गया. मगर अब काेराेना से हालात यह हाें गए हैं कि शहर के सभी सरकारी अस्पतालाें का अधिग्रहण कर लिया गया है. यहां तक कि प्रशासन ने शहर के निजी अस्पताल तेंजिन, श्रीराम, सैनेटाेरियम अस्पताल काा भी अधिग्रहण करने की तैयारी की है. इन सभी अस्पतालाें से एक प्रपाेजल मांगा गया है.
ओपीडी भी चलती रहेगी
हालांकि केएनएच काे काेविड केयर सेंटर बनाया जा रहा है, मगर स्वास्थ्य विभाग यहां पर ओपीडी बंद नहीं करेगा क्याेंकि केएनएच अस्पताल प्रदेश का एकमात्र अस्पताल है. यहां पर प्रदेशभर से महिलाएं इलाज के लिए आती हैं. ऐसे में अगर इसमें ओपीडी बंद कर दी गई ताे महिलाओं काे इलाज के लिए परेशानी आएगी. ऐसे में यहां पर ओल्ड बिल्डिंग काे काेराेना मरीजाें के लिए अधिग्रहित किया जा सकता है, जबकि नई बिल्डिंग में महिलाओं का इलाज चलता रहेगा. अभी भी यहां पर राेजाना 300 से 400 महिलाएं इलाज के लिए राेजाना आती है.