शिमला: हिमाचल प्रदेश में आज से शीतकालीन स्कूलों को छात्रों के नियमित कक्षाओं के लिए खोला जा रहा है. पांचवीं कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के छात्रों के लिए तय एसओपी के तहत नियमित कक्षाएं शुरू हो रही हैं.
हिमाचल प्रदेश के शीतकालीन स्कूलों को भी तय एसओपी के आधार पर शनिवार, 13 फरवरी को ही सेनिटाइज करने की प्रक्रिया को पूरा कर लिया गया था. शिमला की पोर्टमोर स्कूल के साथ ही लक्कड़ बाजार स्कूल और अन्य स्कूलों में भी स्कूल खुलने से पहले क्लास रूम और स्कूल कैंपस को सेनिटाइज करने की प्रक्रिया पूरी की गई. इसी के साथ ही स्कूलों ने अपनी छात्रों की संख्या के हिसाब से प्लान भी तैयार है.
ग्रीष्मकालीन स्कूलों की तरह शुरू हो रही कक्षाएं
इससे पहले जहां सरकार की ओर से प्रदेश के ग्रीष्मकालीन स्कूलों को छात्रों के नियमित कक्षाओं के लिए खोल दिया गया है और वहां छात्रों की नियमित कक्षाएं लग रही हैं. उसी आधार पर शीतकालीन स्कूलों में भी छात्रों की नियमित कक्षाएं लगाई जा रही हैं. शीतकालीन और ग्रीष्मकालीन स्कूलों में पांचवी कक्षा से लेकर बारहवीं कक्षा तक के छात्रों की अब नियमित कक्षाएं शुरू हो रही हैं.
पोर्टमोर स्कूल में छात्रों की संख्या अधिक
शिमला शहर के पोर्टमोर स्कूल में छात्रों की संख्या अधिक है, जिसके चलते स्कूल प्रबंधन यह फैसला लिया है कि वहां वैकल्पिक दिनों में छात्रों की कक्षाएं लगाई जाएंगी यानी एक दिन छोड़कर छात्रों की कक्षाएं यहां लगेगी. पहले दिन जहां नवी, दसवीं और बारहवीं कक्षा के छात्र स्कूलों में नियमित कक्षाएं लगाने के लिए आएंगे जबकि अगले दिन छठी कक्षा से लेकर आठवीं कक्षा के साथ ही ग्यारवीं कक्षा के छात्र स्कूलों में अपनी कक्षाएं लगाने के लिए आएंगे.
छात्रों पर स्कूल आने का दबाव नहीं
इस तरह से 1 दिन छोड़कर कक्षाओं को लगाने का प्रावधान स्कूल में किया गया है. आगामी स्थिति को देखते हुए और छात्रों के रुझान को देखते हुए सभी कक्षाओं को एक साथ लगाने का फैसला स्कूल प्रबंधन की ओर से लिया जाएगा. शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों को खोलने के लिए तो ऐसे भी तय की गई है. उसमें यह स्पष्ट किया गया है कि किसी भी छात्र पर स्कूल आने के लिए दबाव नहीं बनाया जाएगा और छात्रों की हाजिरी भी अनिवार्य नहीं रहेगी.