शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार विधवा महिलाओं के पुनर्विवाह के लिए अनुदान राशि बढ़ाने जा रही है. सरकार इस अनुदान राशि को एक लाख रुपए करने पर विचार कर रही है. अभी विधवा पुनर्विवाह अनुदान की राशि 65 हजार रुपए है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में कहा कि इस मामले को विचार के लिए कैबिनेट के समक्ष लाया जाएगा. सीएम सुखविंदर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की इस पहल से विधवा पुनर्विवाह को प्रोत्साहन मिलने के साथ उनका पुनर्वास भी हो सकेगा.
उन्होंने कहा राज्य सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. विधवा महिलाओं को फिर से विवाह सूत्र में बंधने पर एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिलने से उनका जीवन आसान होने में मदद मिलेगी. उल्लेखनीय है कि पूर्व में जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने 2022-23 के बजट में इस अनुदान राशि को पचास हजार रुपए से बढ़ाकर 65 हजार रुपए किया था.
हिमाचल प्रदेश में उपरोक्त योजना 2004-05 में शुरू की गई थी. वर्ष 2013 से इस योजना के तहत अनुदान राशि पचास हजार रुपए की गई थी. एक दशक बाद जयराम सरकार ने अपने आखिरी बजट में इसे 50 हजार रुपए से बढ़ाकर 65 हजार रुपए किया था. अब सुखविंदर सिंह सरकार इस राशि को एक लाख रुपए करने जा रही है. योजना का संचालन हिमाचल प्रदेश सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग करता है.
प्रदेश में विभाग की तरफ से महिलाओं के कल्याण के लिए और भी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इनमें बेटी है अनमोल योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना, मदर टेरेसा असहाय मातृ संबल योजना, महिला विकास प्रोत्साहन योजना, माता शबरी महिला सशक्तिकरण योजना आदि शामिल हैं. विधवा पुनर्विवाह योजना में अनुदान राशि अन्य योजनाओं की तरह सीधे पात्र महिला के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है. योजना का लाभ लेने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से भी संपर्क किया जा सकता है.
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