डेस्क रिपोर्ट: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को लोकसभा में केंद्रीय बजट 2023 पेश करेंगी. इससे पहले, कल गुरुवार यानी 26 जनवरी को केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण की उपस्थिति में बजट तैयार करने में शामिल अधिकारियों की 'लॉक-इन' प्रक्रिया से पहले संसद में एक परंपरागत हलवा सेरेमनी आयोजित किया जाएगा. समारोह केंद्रीय बजट तैयार करने के अंतिम चरण को चिह्नित करता है. इस दौरान वित्त मंत्री कढ़ाही में हलवे को हिलाकर समारोह की शुरुआत करते हैं और फिर इसे दिल्ली में मंत्रालय के मुख्यालय में अपने सहयोगियों को परोसते हैं.
क्या है हलवा सेरेमनी (What Is Halwa Ceremony): बता दें कि सालाना बजट सरकार का पूरे एक साल का वित्तीय लेखा-जोखा है, जिसमें आय-व्यय का उल्लेख किया जाता है. बजट पेश करने के लिए सरकार प्रत्येक साल की पहली छमाही के बाद से ही तैयारी शुरू कर देती है. बजट तैयार करने में मुख्य रूप से दिसंबर के बाद से ही तेजी आ जाती है और वित्त मंत्रालय के अधिकारी और कर्मचारी इस काम में जुट जाते हैं. संसद में बजट पेश करने से पहले हलवा सेरेमनी आयोजित करने की परंपरा है. बजट की छपाई पूरी हो जाने के बाद जब उसे पैक किया जाता है, तो उस समय वित्त मंत्री की उपस्थिति में मंत्रालय के कर्मचारी और अधिकारी खास प्रकार के समारोह का आयोजन करते हैं, जिसे हलवा सेरेमनी कहा जाता है.
सरल शब्दों में कहें, तो हमारी भारतीय परंपरा में शुभ काम करने से पहले कुछ मीठा खाने की परंपरा है. इसीलिए बजट पेश करने से पहले संसद में वित्त मंत्रालय की ओर से बड़ी कढ़ाही में हलवा बनाकर सबको परोसा जाता है. दूसरे शब्दों में कहें, तो बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्रालय के कर्मचारियों और अधिकारियों को मुंह मीठा कराने की परंपरा को ही हलवा सेरेमनी कहा जाता है. इस दौरान वित्त मंत्री की निगरानी में काम करने वाली कोर टीम के सदस्य और अधिकारी भी मौजूद होते हैं.