शिमला:प्रदेश में लगातार भारी बारिश से जनजीवन एक बार फिर ठप होकर रह गया है. कई क्षेत्रों में बर्फबारी और ओलावृष्टि के बाद सामान्य तापमान में नौ फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं, बागबानी के साथ-साथ कृषि, विशेषकर गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है. सेब के बागीचों में फ्लावरिंग पर भी मौसम का विपरीत असर पड़ा है.
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण अगले दो दिनों तक येलो अलर्ट रहेगा. उन्होंने बताया कि मैदानी, निचली व मध्यम पहाड़ियों पर गर्जन और ओलावृष्टि की संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि अटल टनल रोहतांग के पास बीते दिनों बर्फबारी हुई है. जिसके चलते सोलंग बैरियर से सिस्सू की ओर सिर्फ फोर बाई फोर वाहनों को ही भेजा जा रहा है. वहीं, बर्फबारी के बाद मनाली-लेह मार्ग दारचा तक सभी तरह के वाहनों के लिए खुल गया है. ऐसे में आम लोगों के साथ सैलानी भी लाहौल जा सकेंगे.
पांच तक मौसम खराब:मौसम विभाग ने रविवार को भी हिमाचल के 10 जिलों में बारिश होने का येलो अलर्ट जारी किया है. किन्नौर-लाहौल स्पीति को छोड़ प्रदेश के सभी 10 जिलों में भारी बारिश का पूर्वानुमान जारी किया गया है. शिमला, कुल्लू के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में कहीं-कहीं पर हल्का हिमपात होने की भी संभावना है. मौसम विभाग ने पांच अप्रैल तक प्रदेश में मौसम का मिजाज इसी तरह बारिश-बर्फबारी वाला बताया है.