शिमला: गर्मियों में पानी का संकट फिर से गहराने लगा है. बारिश न होने से जहां परियोजनाओं में पानी का स्तर कम हो रहा है, वहीं पर्यटकों की आमद बढ़ने से शहर के कई हिस्सों में पानी की सप्लाई बाधित हो रही है. शहर में हर रोज 45 एमएलडी पानी की जरूरत होती है और पर्यटन सीजन में 50 एमएलडी लेकिन परियोजनाओं में पानी का स्तर कम होने से शहर में 42 एमएलडी पानी की ही सप्लाई हो रही है. होटलों में पानी की ज्यादा सप्लाई के चलते शहर के कई हिस्सों में पानी की सप्लाई एक दिन छोड़ कर की जा रही है.
बारिश न होने से घटा जल स्तर
शहर में पानी की सप्लाई को पूरा करने के लिए जल निगम ने 10 से 15 मिनट के कट लगाने शुरू कर दिए हैं ताकि हर क्षेत्र में पानी की सप्लाई की जा सके. आने वाले दिनों में बारिश न होने से शहर में पानी का संकट और भी गहरा सकता है. एजीएम हरमेश भाटिया ने बताया कि शहर में हजारों सैलानियों के आने और होटल खुलने से पानी की खपत बढ़ी है. एक महीने पहले तक 35 से 40 एमएलडी में भी पूरे शहर में पानी की सप्लाई की जा रही थी लेकिन अब खपत बढ़कर 40 से 45 तक पहुंच रही है. इसके अलावा बारिश न होने से पेयजल स्त्रोतों में भी पानी का स्तर कम हो रहा है. शिमला शहर को पानी की सप्लाई करने वाली दो मुख्य परियोजनाओं में बारिश न होने के चलते जल स्तर काफी घट गया है. इसका असर भी साफ तौर पर देख जा सकता है.