शिमला: जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर और शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने जारी एक संयुक्त बयान में कहा कि इस समय पूरा देश कोविड-19 के कारण पैदा हुई कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है और विपक्ष के नेता तर्कहीन और गैरजिम्मेदाराना बयान देकर लोगों को भ्रमित करने के प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 20 लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज समाज के कमजोर वर्गों, मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्योगों, उद्यमियों, मजदूरों और आम लोगों के लिए वरदान साबित होगा. उन्होंने कहा कि यह पैकेज एक मजबूत और आत्मनिर्भर भारत की नींव रखने में कारगर साबित होगा.
प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत महिलाओं के खाते में 500 रुपये
मंत्रियों ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से घोषित 20 लाख करोड़ रुपये का पैकेज वर्षभर प्रदान किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य की अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (पीएमजीकेवाई) के तहत यानी प्रधानमंत्री किसान योजना 8,64,687 किसानों के खातों में लगभग 173 करोड़ रुपये डाले गए हैं.
प्रधानमंत्री जन धन योजना के तहत सभी पात्र महिलाओं के खातों में तीन महीने के लिए 5 सौ रुपये की राशि डाली गई है, जिस पर 98.12 करोड़ रुपये खर्च हुए है. उज्ज्वला योजना के तहत 131840 लाभार्थियों को अप्रैल, 2020 में मुफ्त गैस सिलेंडर उपलब्ध करवाए गए हैं, जबकि मई में 1,06,025 लाभार्थियों को और 20 जून तक 30,453 लाभार्थियों को इस योजना के अंतर्गत लाभांवित किया गया है.
14.4 करोड़ रुपये की लागत से ईपीएफ का भुगतान हुआ
राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के द्वितीय घटक के तहत 14.4 करोड़ रुपये की लागत से 24 प्रतिशत प्रति महीने की दर से ईपीएफ का भुगतान किया है, जिसके तहत 1.02 लाख लाभार्थी लाभाविंत हुए हैं. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 60 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और विधवाओं को तीन महीने के लिए 1-1 हजार रुपये प्रदान किए गए हैं, जिस पर 11.18 करोड़ रुपये खर्च हुए और 1.11 लाख लाभार्थी लाभांवित हुए हैं.
क्रेडिट योजना के तहत किसानों के ऋण चुकाए गए
राज्य सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पात्र परिवारों को अप्रैल और मई 2020 के लिए प्रतिमाह पांच किलो चावल, एक किलो काले चने मुफ्त प्रदान किए हैं. राज्य सरकार ने 14,145 मध्यम, सूक्ष्म और लघु उद्यमों को 231.98 करोड़ रुपये के ऋण कोविड-19 इंस्टैंट क्रेडिट योजना के तहत प्रदान किए है. कोविड-19 क्रेडिट योजना के तहत 46,639 किसानों को सरकार की ओर से 161.26 करोड़ के ऋण प्रदान किए गए हैं.
किसान क्रेडिट कार्ड कवरेज के लिए लक्ष्य निर्धारित हुए