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वाटर ATM की सुध नहीं ले रहा नगर निगम, कबाड़ रखने के लिए किए जा रहे हैं प्रयोग - shimla latest news

राजधानी में लोगों को शुद्ध पानी देने के लिए लगाए गए लाखों रुपए के वाटर एटीएम अब कबाड़ रखने के लिए प्रयोग किए जा रहे हैं. बस स्टैंड में लगाया गया वाटर एटीएम कबाड़ रखने के लिए प्रयोग किया जा रहा है. एटीएम के अंदर बोरियां रखी जा रही हैं, जबकि यहां पर आने-जाने वाले लोगों को शुद्ध पानी 50 पैसे में मिलता था, लेकिन एटीएम खराब होने से लोगों को 20 रुपए में पानी की बोतल खरीदनी पड़ रही है.

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Published : Apr 4, 2021, 6:15 PM IST

शिमला: राजधानी में लोगों को शुद्ध पानी देने के लिए लगाए गए लाखों रुपए के वाटर एटीएम अब कबाड़ रखने के लिए प्रयोग किए जा रहे हैं. शहर के अधिकतर एटीएम खराब पड़े हैं. वाटर एटीएम में से पानी की एक बूंद तक लोगों को नसीब नहीं हो रही है.

बस स्टैंड में लगाया गया वाटर एटीएम कबाड़ रखने के लिए प्रयोग किया जा रहा है. एटीएम के अंदर बोरियां रखी जा रही हैं, जबकि यहां पर आने-जाने वाले लोगों को शुद्ध पानी 50 पैसे में मिलता था, लेकिन एटीएम खराब होने से लोगों को 20 रुपए में पानी की बोतल खरीदनी पड़ रही है.

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जल निगम अभिन्न वाटर एटीएम की सुध लेना भूल गया है

यही नहीं शिमला के रिज मैदान पर लगाया गया वाटर एटीएम भी शोपीस बन कर रह गया है. शहर में यह वाटर एटीएम नगर नगर निगम द्वारा लगाए गए थे, लेकिन नगर निगम ने इन वाटर एटीएम की देखरेख का जिम्मा जल निगम को सौंपा था. वहीं, जल निगम अभिन्न वाटर एटीएम की सुध लेना भूल गया है.

वाटर एटीएम पिछले 1 साल से खराब पड़े हैं

शहर के लोगों का कहना है कि वाटर एटीएम से उन्हें कम पैसे से शुद्ध पानी पीने को मिलता था, लेकिन यह एटीएम पिछले 1 साल से खराब पड़े हैं. जिससे उन्हें मजबूरन पानी की बोतल खरीदनी पड़ रही है और लोगों ने नगर निगम प्रशासन से एटीएम को जल्द से जल्द ठीक करने की मांग की है.

एक बड़े हिस्से की आबादी पीलिया से प्रभावित हुई थी

शिमला शहर में पीलिया फैल चुका है. साल 2015-16 में पीलिया से शहर के एक बड़े हिस्से की आबादी पीलिया से प्रभावित हुई थी. ऐसे में लोगों को स्वच्छ पानी देने के लिए इन वाटर एटीएम लगाने का फैसला किया गया था. शहर में 2018 में एटीएम लगाने का काम शुरू किया गया था और इस समय 25 जगह वाटर एटीएम लगे हैं, लेकिन सही देख रेख न होने से इनकी हालत खराब है.

बता दें कि सार्वजिनक क्षेत्रो में जहां पर लोगों का आना जाना रहता है. इन वाटर एटीएम से लोगों को पानी के लिए काफी सहायता मिल सकती है, लेकिन ये वाटर एटीएम केवल शोपीस बन कर रह गए हैं.

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