शिमला: प्रदेश की जयराम सरकार जहां ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट को सफल बताते हुए दावा कर रही है कि मीट से प्रदेश में विकास और रोजगार बढ़ेगा. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश सरकार की इन्वेस्टर्स मीट को महज हजूम जुटाने वाला बताया है.
इन्वेस्टर्स मीट पर वीरभद्र सिंह का 'वज्र प्रहार'- हुजूम इकट्ठा करने से नहीं होगा विकास
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने प्रदेश सरकार की इन्वेस्टर्स मीट को महज हुजूम जुटाने वाला बताया है. उन्होंने कहा कि इस तरह से न तो प्रदेश में निवेश बढ़ेगा और न ही रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे.
राज्य सरकार का दावा है कि प्रदेश में 85 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा, इस पर पूर्व सीएम वीरभद्र का कहना है इस तरह से न तो प्रदेश में निवेश बढ़ेगा और न ही रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. शिमला में गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव पर शिमला कार्ट रोड स्थित गुरुद्वारे में माथा टेकने पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने जयराम सरकार पर इन्वेस्टर्स मीट को लेकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि विकास के लिए जरूरी है कामदार, कर्मठ, ईमानदार और साफ छवि के लोग अगर प्रदेश में निवेश करेंगे तो हिमाचल की तरक्की निश्चित है.
इसके साथ ही अयोध्या राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर पूर्व सीएम से पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वो इस फैसले के पक्ष में है और कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं.