शिमला:पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे और शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह ने सभी से निवेदन किया है कि उन्हें केवल उनके नाम से संबोधित किया जाए. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि मैं आप सबके साथ जुड़ा रहना चाहता हूं और राजा का खिताब कहीं ना कहीं दूरियां बना देती है.
बता दें कि 10 जुलाई को शिमला ग्रामीण से विधायक विक्रमादित्य सिंह का राजतिलक किया गया. उनके पिता वीरभद्र सिंह के पार्थिव शरीर के सामने रामपुर बुशहर स्थित पद्म पैलेस में विक्रमादित्य सिंह का राज्याभिषेक हुआ. इसी के साथ उन्हें बुशहर रियायत का 123वां राजा चुना गया. बुशहर रियासत भगवान कृष्ण की वंशावली से संबंधित मानी जाती है. 10 जुलाई को विक्रमादित्य सिंह को पद्म महल के भीतर राज सिंहासन पर बैठाया गया. इस दौरान पारंपरिक लोकवाद्य यंत्रों की ध्वनियों से राजा की रियासत गूंज उठी.