शिमला: लोकसभा चुनाव से पहले जहां सूबे की जयराम सरकार अपनी योजनाओं के जरिए आम जनता को लुभाने की कोशिश में है, तो वहीं विपक्षी दल कांग्रेस बीजेपी को हर मोर्चे पर विफल करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा.
विपक्ष ने स्कूली छात्रों को दी जाने वाली मुफ्त वर्दी और मेधावी छात्रों को लैपटॉप न देने को लेकर सरकार पर हमला बोला है. हिमाचल कांग्रेस महासचिव और विधायक विक्रमादित्य सिंह ने बीजेपी सरकार पर बच्चों की भावना के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया और कहा कि एक साल पहले जयराम सरकार ने अपने पहले बजट में बड़े-बड़े वादे किये थे और स्कूलों में छात्रों को स्मार्ट वर्दी देने का वादा किया था, लेकिन अभी तक छात्रों को वर्दी तक मुहैया नहीं करवा पा रहे हैं. छात्र एक साल से ज्यादा समय से वर्दी के इंतजार में हैं और एक सत्र बिना वर्दी के भी निकल गया लेकिन, शिक्षा विभाग में टेंडर को लेकर फाइल कभी सिविल सप्लाई विभाग तो कभी शिक्षा विभाग में घूमती रही. विक्रमादित्य ने उन्होंने सीधे तौर पर जयराम सरकार के मंत्रियों पर आरोप लगते हुए कहा कि मंत्रियों के दवाबके चलते एक साल तक टेंडर की प्रक्रियापूरी नहीं हो पाई, जिसका खामयाजा छात्रों को भुगतना पड़ा है.विधायक विक्रमादित्य ने सरकार द्वारा कॉलेज के मेघावी छात्रों को लैपटॉप देने की योजना को भी चुनावी जुमला करार दिया और कहा कि सरकार पहली घोषणा तो पूरी नहीं कर पाई है. वहीं अब लोकसभा चुनावों के आते ही सरकारफिर लोगों को गुमराह कर रही है. शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज कांग्रेस के आरोपों से बचते नजर आए और जल्द छात्रों को जल्द वर्दी देने की बात कही और कहा किटेंडर प्रक्रियां पूरी कर ली गई हैं और जल्द ही छात्रों को वर्दी मुहैया करवा दी जाएगी. मंत्री नेवर्दी देने मेंदेरी के लिएटेंडर प्रक्रिया को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि शिक्षा विभागखुद टेंडर नहीं करता है बल्किसिविल सप्लाई के माध्यम सेवर्दी के टेंडर किये जाते हैं और आगामी समय के लिए अबदेरी न हो इसके लिएसरकार व्यवस्था करने जा रही है.शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाजने कहा किइस बार वर्दी के साथ बैग भी दिए जा रहे हैं. योजना नई थी इसलिए इसमें थोड़ी देरी हुई. भारद्वाजने कहा कि इस बारकॉलेज के मेघावी छात्रों को भी सरकार लैपटॉप देने जा रही है, अब तक सिर्फ स्कूल के मेघावी छात्रों को हीदिए जाते थे. बता देंकि 2011 में तत्कालीन धूमल सरकार ने सरकारी स्कूलों के 12वीं तक के बच्चों के लिए मुफ्त वर्दीयोजना शुरू की थी. राज्य के करीब पौने नौ लाखस्कूली छात्रों को इस योजना का फायदा भी मिला था.लेकिन, वर्तमान सरकार में ये योजना करीब करीब फेल हो चुकी है. पिछले एक साल से सरकारी स्कूलों के बच्चों को सरकार द्वारा वर्दी वितरित नहीं की गई जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी को सरकार पर वार करने का मौका मिल गया.