शिमला: वीरभद्र सरकार के समय प्रेम कुमार धूमल के पुत्र और केंद्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के खिलाफ शुरू की गई आय से अधिक संपत्ति की जांच जयराम सरकार ने बंद कर दी है. प्रदेश सरकार ने इसकी संस्तुति पहले ही कर दी थी, इसलिए विजिलेंस ने अब जांच फाइल बंद कर दी है.
वीरभद्र सरकार के समय आरोप लगाया गया था कि अनुराग ठाकुर की संपत्ति आय के साधनों से कहीं अधिक है इसमें पंजाब, दिल्ली सहित विदेशों में उनकी संपत्ति को आय से अधिक माना गया था. विजिलेंस ने इन आरोपों को निराधार बताकर जांच बंद करने की सिफारिश की तो सरकार ने इसकी फाइल बंद कर दी है.
विजिलेंस के तत्कालीन विशेष जांच इकाई के पुलिस अधीक्षक डीडब्ल्यू नेगी को जांच दी गई. वीरभद्र सरकार के समय कुछ टीमों ने राज्य से बाहर जाकर भी धूमल परिवार की संपत्ति को खंगाला.हालांकि, इस बारे में नियमित मामला दर्ज नहीं किया.
इस जांच से जयराम सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को पिछले साल ही बाहर कर दिया था. विजिलेंस का तर्क था कि पूर्व सीएम धूमल की संपत्ति उनकी अर्जित आय से मेल खाती है, जबकि अनुराग ठाकुर के खिलाफ जांच जारी रखी गई.
वीरभद्र सरकार में विजिलेंस के पास हुई शिकायत में अनुराग के खिलाफ विदेशों में भी संपत्ति होने के आरोप थे. विजिलेंस ने आरोपों की जांच के बाद पाया कि आरोप निराधार हैं. यूं तो विजिलेंस ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही अनुराग के खिलाफ चल रही जांच बंद करने की संस्तुति करा दी थी. अब विजिलेंस मुख्यालय में इस जांच से जुड़ी सभी फाइलें बंद कर दी गई हैं.