शिमला: उतर प्रदेश के हाथरस में युवती की मौत को लेकर देश भर में प्रदर्शन हो रहे हैं. राजधानी में भी विभिन्न संगठन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, गुरुवार को वाल्मीकि समुदाय के लोगों ने डीसी ऑफिस के बाहर धरना प्रदर्शन किया और सीएम योगी और पीएम मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की मांग की.
वाल्मीकि समुदाय ने यूपी की योगी सरकार पर आरोपियों को बचाने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि सबूत मिटाने के लिए आधी रात को शव को जलाया गया. इससे साफ जाहिर है कि सरकार लोगों को बचाना चाहती है.
वाल्मीकि सभा के सदस्य प्रदर्शन करते हुए. वाल्मीकि सभा के अध्यक्ष निर्मल कुमार ने कहा कि हाथरस में बड़ी निर्दयता से दलित युवती की हत्या कर दी गई. उसकी जुबान काटी गई. रीढ़ की हट्टी तोड़ी गई. वहीं, देर रात को ही पुलिस ने शव को जला दिया. यहां तक की परिजनों को बेटी के अंतिम दर्शन तक नहीं करने दिए गए, जबकि हिंदू धर्म में रात को शव नहीं जलाया जा सकता है. उन्होंने कहा कि रात को शव जलाने से साफ जाहिर है कि इस मामले में यूपी पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है और यूपी सरकार भी आंखें बंद करके बैठी है.
निर्मल कुमार ने कहा कि यूपी सरकार और केंद्र सरकार दोषियों को जल्द से जल्द सजा दे. साथ ही रात को शव जलाने वाले पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया जाए. सरकार के ऐसा न करने पर समुदाय उग्र प्रदर्शन करेगी.
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